डिजिटल डेस्क- बिहार में चुनाव आयोग द्वारा कराई गई एसआईआर (विशेष गहन पुनरीक्षण) की रिपोर्ट में बड़ा खुलासा हुआ है। चुनाव आयोग की तरफ से बताया गया है कि एसआईआर (विशेष गहन पुनरीक्षण) जांच में बड़ी संख्या में वोटर लिस्ट में विदेशियों के नाम मिले हैं। चुनाव आयोग के अनुसार घर-घर सर्वेक्षण में बूथ लेवल अधिकारियों को बड़ी संख्या में नेपाल, बांग्लादेश और म्यांमार के लोग मिले हैं। हालांकि चुनाव आयोग ने ये स्पष्ट किया है कि अंतिम वोटर लिस्ट में इन सबके नाम नहीं होगें। इन नामों को हटाकर नई वोटर लिस्ट बनाई जाएगी।
चुनाव आयोग का दावा 80.11 फीसद फॉर्म हुए जमा
निर्वाचन आयोग ने दावा किया है कि शनिवार तक बिहार में जारी एसआईआर के तहत 80.11 प्रतिशत मतदाताओं ने अपना फॉर्म जमा करा दिया है। निर्धारित समय सीमा (25 जुलाई) तक फार्म जमा लेने का काम पूरा कर लिया जाएगा। आपको बताते चलें कि बिहार में इसी साल अक्टूबर-नवम्बर में विधानसभा चुनाव होने वाला है।
28 जुलाई को होगी अगली सुनवाई
आपको बता दें कि बिहार में आयोग के इस विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) का मामला कुछ दिन पहले सुप्रीम कोर्ट भी पहुंचा था। कोर्ट ने मामले की सुनवाई करने के बाद चुनाव आयोग को बड़ी राहत दी थी। सुप्रीम कोर्ट ने साफ कर दिया था कि बिहार में वोटर लिस्ट के सर्वे का काम जारी रहेगा। कोर्ट ने इस मामले में चुनाव आयोग से एक हफ्ते में जवाब मांगा। 28 जुलाई को इस मामले पर अगली सुनवाई होगी।
SIR के लिए जरूरी दस्तावेज
- मान्यता प्राप्त बोर्ड या विवि द्वारा निर्गत शैक्षिक प्रमाण पत्र
- जाति प्रमाण पत्र
- राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी)
- पासपोर्ट
- राज्य सरकार या स्थानीय प्राधिकार द्वारा तैयार पारिवारिक रजिस्टर
- बैंक, डाकघर, एलआईसी आदि द्वारा 1 जुलाई 1987 के पूर्व निर्गत किया गया कोई भी प्रमाण पत्र
- वन अधिकार प्रमाण पत्र
- नियमित कर्मचारी या पेंशनभोगी कर्मियों का पहचान पत्र
- स्थाई निवास प्रमाण पत्र
- सरकार की कोई भी भूमि या मकान आवंटन का प्रमाण पत्र
- सक्षम प्राधिकार द्वारा निर्गत जन्म प्रमाण पत्र