डिजिटल डेस्क-बिहार के जमुई के इंजीनियरिंग कॉलेज में पढ़ने वाले थर्ड ईयर के छात्र प्रिंस राज ने गुरुवार की शाम आत्महत्या की कोशिश की, लेकिन फंदा टूटने की वजह से उसकी जान बच गयी। छात्र ने कॉलेज प्रिंसिपल डॉ. आशीष कुमार पर मानसिक प्रताड़ना का गंभीर आरोप लगाया है। छात्र ने बताया कि प्रिंसिपल के द्वारा 6 महीने से प्रताड़ित किया जा रहा है। छात्र का आरोप है कि कॉलेज में कुछ भी होता है तो उसका ही नाम घसीटा जाता है। फांसी लगाने की कोशिश के बाद छात्र को गंभीर स्थिति में सदर अस्पताल, जमुई में भर्ती कराया गया, जहां उसका इलाज जारी है। डॉक्टरों के अनुसार, फिलहाल उसकी हालत खतरे से बाहर है।
बिना जांच के की गई उसकी शिकायत- पीड़ित छात्र
प्रिंस राज, जहानाबाद जिले के घोसी क्षेत्र का रहने वाला है। उसने बताया कि हॉस्टल में 24 घंटे से बिजली नहीं थी। अंधेरे में किसी ने कुर्सी-टेबल फेंका, लेकिन आरोप उस पर लगा दिया गया। छात्र का कहना है कि कॉलेज के गार्ड कन्हैया कुमार ने बिना जांच किए उसका नाम प्रिंसिपल को बता दिया, जिससे वह मानसिक रूप से टूट गया। कॉलेज के चीफ वार्डन डॉ गोपाल वर्मा के अनुसार, रात से बिजली नहीं थी और कुछ छात्रों ने हो-हल्ला के साथ अभद्र भाषा का प्रयोग किया व तोड़फोड़ की।
कॉलेज का कोई बयान नहीं आया सामने
सुबह 10 बजे प्राचार्य ने सभी छात्रों को बुलाकर पूछताछ की और कुछ को चिन्हित कर उनके अभिभावकों को बुलाने की बात कही। शाम करीब 6:30 बजे सूचना मिली कि एक छात्र ने पंखे से फांसी लगाने की कोशिश की है। इधर, मामले की जानकारी मिलने पर जमुई पुलिस अस्पताल पहुंचकर जांच में जुट गई है। कॉलेज प्रशासन की ओर से फिलहाल कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है।