डिजिटल डेस्क- बिहार के बेगूसराय जिले में अपराधियों के खिलाफ लगातार चल रहा पुलिस का कड़ा अभियान एक बार फिर चर्चा में है। तेघड़ा में हुई हालिया मुठभेड़ के बाद अब साहेबपुरकमाल थाना क्षेत्र में जिला पुलिस और एसटीएफ की संयुक्त टीम ने गुरुवार देर रात एक और महत्वपूर्ण कार्रवाई को अंजाम दिया। मल्हीपुर और शालिग्रामी गांव के बीच हुई मुठभेड़ में कुख्यात अपराधी शिवदत्त राय पुलिस की गोली से घायल हो गया। उसे गंभीर अवस्था में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हालांकि, पुलिस की ओर से आधिकारिक बयान का इंतजार अब भी जारी है। मिली जानकारी के अनुसार एसटीएफ को गुप्त सूचना मिली थी कि तेघड़ा थाना क्षेत्र का वांटेड अपराधी शिवदत्त राय मल्हीपुर इलाके में हथियार खरीदने आने वाला है। सूचना के आधार पर एसटीएफ और स्थानीय पुलिस ने इलाके में सघन सर्च ऑपरेशन शुरू किया और घेराबंदी कर दी। जैसे ही टीम शालीग्राम गांव के पास पहुंची, दो बाइक पर सवार करीब छह बदमाशों ने अचानक पुलिस टीम पर गोलियां बरसानी शुरू कर दीं। पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई की। इसी दौरान एक गोली शिवदत्त राय की जांघ में लगी और वह मौके पर ही गिर पड़ा। मौके का फायदा उठाकर उसके पांच साथी अंधेरे में फरार हो गए।
छापेमारी में हथियार, नकदी और कफ सिरप बरामद
घायल बदमाश से पूछताछ के आधार पर पुलिस ने इलाके में एक घर पर छापेमारी की। इस कार्रवाई में पुलिस को बड़ी सफलता मिली। घर से नौ पिस्टल, भारी मात्रा में कफ सिरप, नकद राशि और अन्य अवैध सामान बरामद हुए हैं। पुलिस सूत्रों के अनुसार बदमाशों ने करीब 6–7 राउंड फायरिंग की, जबकि पुलिस द्वारा आत्मरक्षा में तीन राउंड गोलियां चलाई गईं। पुलिस के मुताबिक शिवदत्त राय तेघड़ा के धनकौल पंचायत के सरपंच पुत्र की हत्या का मुख्य आरोपी है। वह करीब दो वर्षों से फरार चल रहा था। इसके अलावा उस पर कई गंभीर अपराधों के मामले दर्ज हैं। उसकी गिरफ्तारी से कई मामलों के खुलासे की उम्मीद है।
अपराधियों की तलाश में अभियान जारी
पुलिस ने फरार अपराधियों को पकड़ने के लिए अभियान तेज कर दिया है। लगातार हो रही इन कार्रवाइयों से साफ है कि बेगूसराय पुलिस और एसटीएफ जिले में अपराध पर पूरी तरह नकेल कसने की तैयारी में हैं। प्रशासन का कहना है कि अपराधियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा और आने वाले दिनों में ऐसी और कार्रवाई देखने को मिल सकती है।