बरेली में 26 सितंबर की हिंसा के बाद हाई अलर्ट, जुमे की नमाज को लेकर सुरक्षा चाक-चौबंद

KNEWS DESK- उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में 26 सितंबर को हुई सांप्रदायिक झड़पों के बाद हालात को नियंत्रण में रखने के लिए प्रशासन ने पूरे जिले में अलर्ट जारी कर दिया है। शुक्रवार को जुमे की नमाज को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था को अभूतपूर्व तरीके से मजबूत किया गया है। पूरे शहर को संवेदनशीलता के आधार पर सुपर जोन और स्पेशल जोन में बांटकर पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों को तैनात किया गया है।

बरेली को चार सुपर जोन और चार स्पेशल जोन में बांटा गया है। हर सुपर जोन की निगरानी एक एसपी, दो एडिशनल एसपी और दो सीओ कर रहे हैं। वहीं, हर स्पेशल जोन में एक एडिशनल एसपी और दो सीओ को जिम्मेदारी दी गई है।

पहला सुपर जोन मलूकपुर से बिहारीपुर तक फैला है।

दूसरा सुपर जोन इस्लामिया ग्राउंड, कुतुबखाना और नावेल्टी क्षेत्र को कवर करता है।

तीसरे सुपर जोन में कोहड़ापीर, बांसमंडल, कुतुबखाना और साहूगोपीनाथ शामिल हैं।

चौथा सुपर जोन शहदाना, ईंटपजाया और सिकलापुर को कवर करेगा।

स्पेशल जोनों में भी सुरक्षा व्यवस्था कड़ी है-

पहला स्पेशल जोन सराय और बाकरगंज इलाकों में है।

दूसरा जोन जखीरा और सैलानी क्षेत्र में लगाया गया है।

तीसरा जोन नकटिया एरिया को कवर करता है।

चौथा स्पेशल जोन प्रेमनगर और बानखाना के लिए निर्धारित किया गया है।

संवेदनशील क्षेत्रों की निगरानी के लिए प्रशासन ने तीन सरकारी और पांच निजी ड्रोन कैमरे तैनात किए हैं। ये ड्रोन लगातार उड़ान भरकर इलाके की स्थिति की लाइव रिपोर्ट अधिकारियों को भेज रहे हैं, ताकि किसी भी आपात स्थिति से तुरंत निपटा जा सके।

प्रशासन ने लोगों को चेतावनी दी है कि वे अपने घरों की छतों से पत्थर हटा लें। यदि किसी मकान की छत पर पत्थर पाए गए तो उस व्यक्ति के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। यह कदम पिछली हिंसक घटनाओं को देखते हुए एहतियातन उठाया गया है।

शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए जिले में इंटरनेट और एसएमएस सेवाओं पर अस्थायी रोक लगाई गई है। गुरुवार दोपहर 3 बजे से अगले 48 घंटे तक इंटरनेट बंद रहेगा। प्रशासन का कहना है कि अफवाहों और भड़काऊ संदेशों को रोकने के लिए यह फैसला जरूरी था।