रिपोर्ट- मो0 रज़ी सिद्दीकी
बाराबंकी – उत्तर प्रदेश के तीन युवकों से विदेश में नौकरी के नाम पर ह्यूमन ट्रैफिकिंग का मामला सामने आया है। जहां नौकरी के लिए म्यांमार गए एक इंजीनियर समेत 3 दोस्तों को बंधक बना लिया गया है। इन तीन युवकों में से एक युवक उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले का रहने वाला है।
जॉब के लिए मलेशिया निकले थे युवक
बता दें कि ह्यूमन ट्रैफिकिंग का शिकार हुए दोनों दोस्तों के साथ ही बाराबंकी के रहने वाले अजय कुमार ने वीडियो जारी किया है। जिसमें अजय ने कहा कि चीन की कंपनी स्कीमिंग करा रही है। अजय ने बताया कि मैं 26 मार्च 2024 को दोस्त सागर के साथ जॉब के लिए मलेशिया निकला था। हम लोग लखनऊ से हैदराबाद और वहां से बैंकॉक के रास्ते यहां पहुंचे, थाइलैंड में एक होटल में रुके। फिर कैब लेकर म्यांमार पहुंचे। अजय का कहना है कि हम लोगों को फंसाने में डीलर का हाथ है। उसने हम लोगों को किसी दूसरी कंपनी को बेच दिया है। यहां पर हम लोगों के साथ अजीब हरकतें हो रही हैं। वहीं इस घटना के बाद अजय के परिजन काफी परेशान है, उन्होंने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री से बेटे को सुरक्षित भारत लाने की गुहार लगाई है।
परिजनों से वसूली गयी 8.14 लाख रुपये की फिरौती
बता दें कि उत्तर प्रदेश के बाराबंकी और लखनऊ से 3 युवकों से विदेश में नौकरी के नाम पर ह्यूमन ट्रैफिकिंग का मामला सामने आया है। जहां नौकरी के लिए म्यांमार गए एक इंजीनियर समेत 3 दोस्तों को बंधक बना लिया गया है। बताया जा रहा है कि इंजीनियर के परिजनों से 8.14 लाख रुपये की फिरौती भी वसूली गई है। बंधक बनाए गए युवकों का कहना है कि बंदूक की नोक पर हम लोगों से 18 से 20 घंटे साइबर फ्रॉड से जुड़ा काम करवाया जा रहा है। अगर हम लोग मना करते हैं, तो हमारे साथ मारपीट की जाती है।
बाराबंकी जिले में जैदपुर थाना क्षेत्र के रहने वाले अजय कुमार के पिता अमरनाथ ने बताया कि मेरा बेटा अपने साथियों के साथ मलेशिया काम करने के लिए गया था। लेकिन उसे म्यांमार में बंधक बना लिया गया है। वहां पर मेरा बेटा बहुत परेशान है, हम परिवारजन भी काफी परेशान हैं। अजय के पिता अमरनाथ ने प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अपने बेटे को सुरक्षित भारत लाने की गुहार लगाई है।