रिपोर्ट- तबरेज खान
उत्तराखंड- समय पर बारिश और बर्फबारी न होने की वजह से मैदान से लेकर पहाड़ तक किसान परेशानी के दौर से गुजर रहा है| इन दिनों मौसम की मार से किसान खासा परेशान हैं , बीते सालों में जहां अक्सर दिसंबर के महीने में निचले इलाकों में बारिश और पहाड़ों पर बर्फ पड़ जाती थी, तो वही इस बार अभी तक सीजन की बर्फबारी और बारिश न होने से मौसम खुश्क बना हुआ है, बारिश की कमी और पाले की मार से किसानों की फसलें दम तोड़ती नजर आ रही है। जिसके चलते पहाड़ी क्षेत्र चकराता में जहां किसान कैश क्रॉप कहीं जाने वाली फसल अदरक, टमाटर, लहसन, मटर पर ही अपनी आजीविका के लिए निर्भर रहता है, ये सभी फसलें इन दिनों बदहाली के दौर से गुजर रही हैं। वहीं पहाड़ी क्षेत्र में बर्फ ना गिरने की वजह से सेब,आडू और खुमानी की पैदावार करने वाले किसान अब भी बारिश और बर्फबारी की आस लगाए बैठे हैं।
किसानों को खेती में उठाना पड़ सकता भारी नुकसान
पहाड़ी क्षेत्र के अलावा निचले इलाकों में भी फसलों का भी बुरा हाल है, यहां गेहूं की फसल को किसान सिंचाई के जरिए बचाने की कोशिश में जुटा है। वही कृषि वैज्ञानिकों का भी मानना है कि इस बार मौसम की मार की वजह से किसानों को खेती में भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है। कृषि वैज्ञानिक संजय सिंह के मुताबिक हल्की सिंचाई और सूखे पत्तों को फसलों पर बिछाने से काफी हद तक खुश्की और पाले की मार से फसलों को बचाया जा सकता है।