KNEWS DESK- उत्तर प्रदेश में हाड़ कंपाने वाली ठंड का असर बढ़ने लगा है, खासकर मथुरा और आसपास के क्षेत्रों में। मथुरा में बादल छाए रहने और बर्फीली हवाओं के कारण सर्दी का प्रकोप चरम पर पहुंच गया है। सुबह और शाम के समय ठंड का असर और बढ़ गया है, जिससे लोग सर्दी से बचने के लिए ऊनी कपड़ों में लिपटे नजर आ रहे हैं।
31 दिसंबर से 14 जनवरी तक स्कूल बंद
बढ़ती ठंड को देखते हुए, बेसिक शिक्षा परिषद की ओर से संचालित परिषदीय विद्यालयों के अलावा सीबीएसई और आईसीएसई से संबद्ध आठवीं तक के स्कूलों को 31 दिसंबर से 14 जनवरी तक बंद रखने का आदेश दिया गया है। बीएसए सुनील दत्त ने बताया कि लगातार बढ़ रही ठंड को ध्यान में रखते हुए शीतकालीन अवकाश की घोषणा की गई है। यह कदम बच्चों और शिक्षकों की सेहत को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है।
मौसम का बिगड़ता मिजाज
मथुरा में शुक्रवार रात हुई बारिश के बाद तापमान में भारी गिरावट आई है। सोमवार को न्यूनतम तापमान 9 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 21 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग के अनुसार, आने वाले दिनों में सर्दी और कोहरे में और बढ़ोतरी होने की संभावना है। 1 जनवरी के बाद तापमान और गिर सकता है, जिससे ठंड और सर्दी में इजाफा होगा। बारिश के बाद कोहरे की आमद भी हो रही है, जिससे हाईवे और ग्रामीण क्षेत्रों में सुबह और रात के समय हल्का कोहरा देखा जा रहा है।
रैन बसेरों का इंतजाम
शीतलहर और कड़ाके की सर्दी से बचाव के लिए नगर निगम ने शहरभर में 13 रैन बसेरों का इंतजाम किया है। इनमें 5 स्थायी और 8 अस्थायी रैन बसेरे शामिल हैं, जहां हर रैन बसेरे में 15 से 20 लोगों के रुकने की व्यवस्था की गई है। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे ठंड में सिकुड़ने के बजाय धर्मशाला और रैन बसेरों का सहारा लें। रैन बसेरों में उन्हें ठंड से बचने के लिए जरूरी इंतजाम किए गए हैं।
आगे के दिन और मुश्किल
मौसम विभाग का कहना है कि आने वाले दिनों में घने कोहरे और शीतलहर की संभावना है, जिससे ठंड का असर और बढ़ सकता है। लोग विशेष रूप से सुबह और शाम के समय अधिक सावधान रहें और जरूरत के अनुसार ऊनी कपड़े पहनें ताकि सर्दी से बचा जा सके।
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