आरोप-प्रत्यारोप जारी, उपचुनाव भारी !

उत्तराखंड डेस्क रिपोर्ट, उत्तराखंड की दो विधानसभा सीटों पर होने जा रहे उपचुनाव के लिए समय बेहद कम रह गया है। 10 जुलाई को दोनों सीटों पर मतदान होना है। और जून का महीना समाप्ति की ओर आ गया है। वहीं भाजपा इन दोनों सीटों पर भी कमाल दिखाने के लिए व्याकुल है। हांलाकि जीत का दावा तो कांग्रेस भी कर रही है। लेकिन धरातल पर भाजपा के मुकाबले तैयारी नाकाफी नजर आ रही है। कांग्रेस की स्थिति ये है कि उपचुनाव में प्रचार-प्रसार के लिए कांग्रेस प्रभारी के पास वक्त नहीं है। बताया जा रहा है कि संसद सत्र में कुमारी शैलजा के व्यस्त होने से वह उत्तराखंड नहीं आ रही है। हांलाकि जूम मीटिंग कर वह पार्टी नेताओँ को निर्देशित जरूर कर रही है। वही भाजपा उपचुनाव में जीत के उद्देश्य से एक बड़ी बड़ी बैठक दिल्ली में कर चुकी है। इसके साथ ही भाजपा ने 40 स्टार प्रचारकों की फौज को उपचुनाव जीतने के लिए मैदान में उतारा है। सभी स्टार प्रचारकों के कार्यक्रम भाजपा ने तैयार कर लिये हैं। इस बीच कांग्रेस ने भाजपा पर उपचुनाव को जीतने के लिए खुलेआम धनबल, बाहुबल और सरकारी मशीनरी का दुरूपयोग करने का आरोप लगाया है।  इस संबंध में कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा के नेतृत्व में अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉ. विजय जोगदंडे से मुलाकात की। उन्होंने भाजपा पर विधानसभा उपचुनाव में आदर्श आचार संहिता उल्लंघन का आरोप लगाया है। कांग्रेस का आरोप है कि चुनाव जीतने के लिए बाहरी लोगों के माध्यम से मतदाता को प्रभावित करने के लिए पूरे विधानसभा क्षेत्र में खुलेआम धन और शराब बांटी जा रही है। लेकिन अधिकारी कोई कार्रवाई भाजपा नेताओं पर नहीं कर रहे हैं। और जानबूझकर कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं को परेशान कर रहे हैं। सवाल ये है कि क्या भाजपा धनबल और शराब के बल पर चुनाव जीतने की कोशिश कर रही है। आखिर क्यों अधिकारी निष्पक्ष कार्रवाई नहीं कर रहे हैं।

देवभूमि उत्तराखंड में हुए लोकसभा चुनाव के बाद अब उपचुनाव जीतने की नई जंग शुरू हो चुकी है। प्रदेश की दो विधानसभा बद्रीनाथ और मंगलौर विधानसभा सीटों में 10 जुलाई को होने वाले मतदान के लिए समय बेहद कम रह गया है। लोकसभा चुनाव में मिली जीत से भाजपा काफी उत्साहित है वहीं उपचुनाव में जीत के लिए भाजपा ने 40 स्टार प्रचारकों की फौज को मैदान में उतार दिया है। सभी स्टार प्रचारकों के कार्यक्रम भाजपा ने तैयार कर लिये हैं। भाजपा का दावा है कि जनता ने जो विश्वास लोकसभा चुनाव में दिखाया था। वहीं विश्वास उपचुनाव में भी दिखाई देगा

आपको बता दें कि उत्तराखंड की दो विधानसभा सीटों पर उपचुनाव की वजह ये है कि मंगलौर विधानसभा सीट से बसपा विधायक सरवत करीम अंसारी का निधन हो गया था। जबकि बद्रीनाथ विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायक रहे राजेंद्र भंडारी ने कांग्रेस छोड़ भाजपा में जाने के बाद इस सीट से रिजाईन कर दिया था। जिसके बाद अब दोनों सीटों पर उपचुनाव होना है…. इस बीच कांग्रेस ने भाजपा पर उपचुनाव को जीतने के लिए खुलेआम धनबल, बाहुबल और सरकारी मशीनरी का दुरूपयोग करने का आरोप लगाया है।  कांग्रेस का आरोप है कि भाजपा चुनाव जीतने के लिए बाहरी लोगों के माध्यम से मतदाता को प्रभावित करने के लिए पूरे विधानसभा क्षेत्र में खुलेआम धन और शराब बांटी जा रही है। लेकिन अधिकारी कोई कार्रवाई भाजपा नेताओं पर नहीं कर रहे हैं।

कुल मिलाकर लोकसभा के बाद अब राज्य में उपचुनाव पर सियासी घमासान मचा हुआ है। एक ओर जहां भाजपा लोकसभा चुनाव में मिली जीत से उत्साहित है तो वहीं दूसरी ओर कांग्रेस भी उपचुनाव में जीत का दावा कर रही है। इस बीच कांग्रेस ने भाजपा पर चुनाव जीतने के लिए धन और शराब बांटने का आरोप लगाया है सवाल ये है कि क्या भाजपा धनबल और शराब के बल पर चुनाव जीतने की कोशिश कर रही है। क्या ऐसी तैयारी कांग्रेस को उपचुनाव में जीत दिला पाएगी। क्या राज्य के अधिकारी कांग्रेस नेताओं का उत्पीड़न कर रहे हैं

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