KNEWS DESK- बीते दिन सीतापुर के पिसावा क्षेत्र के ग्राम सभा विभरापुर गांव में माहौल खराब हो गया। यहां प्रशासन के स्तर से बाबा साहब भीमराव अंबेडकर और गौतम बुद्ध की प्रतिमाएं हटाने की कार्रवाई की गई। प्रतिमा हटाने के विरोध में ग्रामीणों ने पुलिस टीम पर ईंट-पत्थर चलाने शुरू कर दिए, जिससे स्थिति बेकाबू हो गई। सूचना मिलने पर एसडीएम , सीओ समेत कई अन्य थानों का पुलिस , पीएसी बल तैनात कर दिया गया। जानकारी के मुताबिक पुलिस टीम ने गांव के सामुदायिक भवन के सामने रखी प्रतिमाएं हटाने का प्रयास कर रही थी कि अचानक महिलाओं ने छतों से ईंट-पत्थर चलाने शुरू कर दिए। पथराव के दौरान कुल 11 पुलिसकर्मी घायल हो गए। इसके अलावा दो पुलिस के वाहन और कुछ मोटर साइकिल भी क्षतिग्रस्त हो गईं। सभी घायल पुलिसकर्मियों का सीएचसी में मेडिकल परीक्षण कराया गया है। कड़ी मशक्कत के बाद पुलिस ने जैसे तैसे स्थिति नियंत्रण कर पाई और फिर भीड़ को खदेड़ा। इस दौरान कुछ महिलाएं भी चोटिल हो गईं। पुलिस ने मौके से तीन महिलाओं और दो पुरुषों को हिरासत में लिया है। मामले में 10 नामजद और 100 अज्ञात लोगों के खिलाफ FIR भी दर्जज की गई है। सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर इसे बड़ी सियासी साजिश करार दिया।
अखिलेश यादव ने एक्स पर लिखा कि महात्मा बुद्ध व बाबसाहेब जैसे महापुरुष की प्रतिमाओं को हटाने पर सीतापुर में हुआ विवाद एक बड़ी सियासी साज़िश की ओर इशारा कर रहा है। सब जानते हैं कि वो कौन हैं जिनके इशारे पर प्रशासन ऐसा प्रहार कर रहा है। शोषित-वंचित समाज की जागरूकता नई चेतना बनकर उभर रही है, इन साज़िशों की उम्र अब बहुत लंबी नहीं बची है।
सीतापुर के विवरापुर गांव में सरकारी जमीन पर बाबा भीमराव अंबेडकर और गौतम बुद्ध की प्रतिमा रखी थी। सरकारी जमीन को मुक्त कराने के लिए राजस्व और पुलिस प्रशासन विवरापुर गांव शनिवार को गयी थी, जहां बुद्ध और अंबेडकर प्रतिमाएं हटाने गई पुलिस और राजस्व की टीम पर दबंगों ने हमला कर दिया। इस दौरान पुलिस के कई वाहन तोड़ डाले गए और पथराव में सात पुलिसकर्मी जख्मी हो गए। उपद्रव बढ़ता देख एसडीएम ने पुलिसबल संग गांव में घुसकर छह लोगों को हिरासत में ले लिया। एसपी चक्रेश मिश्र ने बताया कि दस नामजद व सौ अज्ञात पर केस दर्ज किया गया है और एहतियातन गांव में पुलिसबल तैनात है।