KNEWS DESK- मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि प्रदेश में पर्यटन को नए आयाम प्रदान करने के लिए सहज हवाई यातायात (एयर कनेक्टिविटी) एक बुनियादी जरूरत है। हरसंभव तरीके से एयर कनेक्टिविटी बढ़ाएं, ताकि पर्यटक मध्यप्रदेश आकर यहां की समृद्ध ऐतिहासिक विरासतों का आसानी से अवलोकन कर सकें। इसके लिए आपसी सामंजस्य बेहद जरूरी है। विमानन विभाग, संस्कृति, पर्यटन और चिकित्सा विभाग के साथ मिलकर एयर कनेक्टिविटी बढ़ाने की दिशा में प्रयास करे। सरकार मध्यप्रदेश को क्षेत्रीय विमानन केंद्र के रूप में विकसित करने के लिए हर जरूरी सुविधा और मदद मुहैया कराएगी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने समत्व भवन (मुख्यमंत्री निवास) में विमानन विभाग की समीक्षा बैठक में यह निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि भोपाल सहित प्रदेश के अन्य सभी बड़े शहरों से घरेलू उड़ान बढ़ाने के लिए दूसरे राज्यों के साथ समन्वय करें और विमानन सुविधाओं के विस्तार के लिए शोध भी कराएं। प्रदेश में एयर कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए एविएशन कम्पनियों, पॉयलेट एवं क्रू-मेंबर्स की प्रशिक्षण संस्थाओं को जोड़ें और उनसे प्रदेश में अपनी सेवाओं का विस्तार करने के लिए आग्रह करें। उन्होंने कहा कि पॉयलेट और क्रू तैयार करने के लिए प्रदेश के विश्वविद्यालयों को भी यह रोजगारपरक कोर्स चलाने के लिए प्रोत्साहित करें। विश्वविद्यालय से आग्रह करें कि वे विद्यार्थियों को इस दिशा में पढ़ाई कराएं। विद्यार्थियों को प्रशिक्षण देने के लिए हवाई पट्टी सरकार उपलब्ध कराएगी।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि सरकार सतना एवं दतिया एयरपोर्ट को भी शीघ्र ही लोकार्पित करने जा रही है। यह दोनों शहर धार्मिक पर्यटन के प्राचीन केन्द्र हैं। यहां एयरपोर्ट होने से प्रदेश में धार्मिक पर्यटन को और अधिक बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को प्रदेश में उपलब्ध सभी इन एक्टिवेट हेलीपैड्स को जल्द से जल्द एक्टिवेट करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि एयर एम्बुलेंस और हेली सेवा का लाभ सबको मिले, इसके लिए सभी प्रयास किए जाएं।
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