रिपोर्ट – अजेन्द्र चौहान
उत्तर प्रदेश – सिकंदराराऊ तहसील क्षेत्र के नेशनल हाईवे स्थित गांव फुलरई में हुए हादसे के बाद भी नारायण साकार हरी भोले बाबा में भक्तों की भक्ति कमी नहीं हुई है| गुरु पूर्णिमा के दिन शाहगंज स्थित कुटिया पर उनके अनुयायियों ने बड़ी संख्या में आकर मत्था टेका और बाबा को अपना सतगुरु बताया|
हादसे में बड़ी संख्या में लोगों की गई थी जान
आपको बता दें कि गुरु पूर्णिमा के अवसर पर नारायण साकार हरि भोले बाबा की शाहगंज केदार नगर स्थित भोले बाबा की कुटिया पर बड़ी संख्या में भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी| बीते दिनों हाथरस के सिकंदराराऊ में सत्संग के बाद हुए हादसे में बड़ी संख्या में लोगों की जान गई थी| इसके बाद नारायण साकार हरि को लेकर कई विवाद उठे थे, बावजूद उसके आज गुरु पूर्णिमा के दिन बड़ी संख्या में उनके भक्तों ने उनकी कुटिया पर आकर अपनी अटूट आस्था का परिचय दिया|
नारायण साकार हरि भोले बाबा हमारे गुरु नहीं सतगुरु
यहां आने वाले भक्तों का कहना था कि नारायण साकार हरि भोले बाबा हमारे गुरु नहीं सतगुरु हैं| उन्होंने हमें मानवता का पाठ पढ़ाया है और हमें जीने का सही रास्ता भी दिखाया है| जिसको लेकर उनके अनुयायी आज भी बाबा से अटूट प्रेम करते है|