रिपोर्ट – दीपक अधिकारी
हल्द्वानी – कहते हैं अगर किसी चीज को दिल से चाहो तो पूरी कायनात उसे तुमसे मिलाने में लग जाती है, पर हल्द्वानी की हर्षिका की कहानी थोड़ी अलग है| यहां उसे प्यार भी हुआ तो सृष्टि के पालनहार कृष्ण भगवान से और आज उसकी शादी भी उसी पालनहार से हो गई जिसे वो पिछले 15 सालों से अपने दिल में छुपाई बैठी थी। पूरे रीतिरिवाज और मंत्रोच्चार के बीच विधि-विधान से हुई इस शादी में दूल्हा-दुल्हन ने अग्नि के 7 फेरे लिए और अपना जीवन भगवान कृष्ण को समर्पित कर दिया | शादी में शामिल लोगों ने वर- वधु हर्षिका को आर्शीवाद दिया। जिसका गवाह K news भी बना वही K news में वहां मौजूद लोगों से शादी को लेकर खास बातचीत की |
भगवान श्रीकृष्ण को दिल से अपना सबकुछ मान चुकी हर्षिका
आपको बता दें कि उत्तराखंड के हल्द्वानी में प्रेमपुर लोश्ज्ञानी से सटी इंद्रप्रस्थ कॉलोनी निवासी पूरन चंद्र पंत की बेटी हर्षिका पंत बचपन से दिव्यांग है| भगवान श्रीकृष्ण को दिल से अपना सबकुछ मान चुकी हर्षिका ने वृंदावन से लाई गई श्रीकृष्ण की प्रतिमा के साथ 11 जुलाई को परिवार की सहमति से सुबह साढे़ दस बजे गाजे-बाजे के साथ आई बारात में वरमाला और फेरे हुए, साथ ही शगुन का टीका लगाया। कान्हा की प्रतिमा के साथ सात जन्मों तक साथ रहने के सात वचन लेकर उनके नाम का सिंदूर अपनी मांग में धारण किया| लोगों ने शादी की दावत में प्रतिभाग किया और वधु हर्षिका को आर्शीवाद दिया|
हर्षिका 15 सालों से रह रही करवा चौथ का व्रत
बता दें कि भगवान श्रीकृष्ण को पाने के लिए हर्षिका 15 सालों से करवा चौथ का व्रत रह रही थीं। बहुत छोटी उम्र से ही वो उनकी भक्ति में राम गयी थी और उन्हें अपना सर्वस्व मान चुकी थी, कुछ समय पहले परिजनों ने हर्षिका से उनके विवाह के सम्बंध में चर्चा की तो हर्षिका ने कहा कि वह भगवान श्रीकृष्ण से ही शादी करेगी|
सैकड़ों लोग शादी के साक्षी बने और हर्षिता को दिया आशीर्वाद
बेटी की इस इच्छा का सम्मान करते हुए उसकी शादी बड़े ही धूमधाम से उसके कान्हा से करा दी, हर्षिका को आशीर्वाद देने के लिए दूर दूर से लोग पहुंचे हुए थे| जहां सैकड़ों लोग शादी के साक्षी बने और हर्षिता को आशीर्वाद दिया| आज ये अनोखी शादी सभी कि जबान पर चर्चा का विषय बनी हुई है |