सेना का पराक्रम बढ़ाने के लिए लिखा सिंदूर से पत्र, ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन ने भी 7 लाख ट्रकों को सेना के लिए भेजने की पेशकश की

KNEWS DESK- कानपुर के मोतीझील में युग दधिच देहदान संस्थान के बैनर तले भारतीय सेना के अभिनंदन और पराक्रम बढ़ाने के लिए सिंदूर से पत्र लिखा गया। संस्था के संस्थापक मनोज सेंगर ने कहा कि पहलगाम में जिस तरह आतंकियों ने सिंदूर देखकर नौजवानों की जान ली थी, वहीं सिंदूर तोप के गोले में बारूद बनाकर पाकिस्तान के लिए बड़ी मुसीबत बन गया है। जिस तरह से देश की सेना आतंकवादियों को मुंहतोड़ जवाब दे रही है। उनको मजबूती देने के लिए और बधाई देने के लिए शनिवार को कारगिल पार्क के पास हस्ताक्षर अभियान चलाया गया, जहां सरकार को संबोधित पत्र में शहर की बेटियों, गणमान्य नागरिकों और जनप्रतिनिधियों ने सिंदूर से पत्र लिखा। इस दौरान सभी ने ऑपरेशन सिंदूर की सराहना करते हुए मोदी सरकार को धन्यवाद दिया। वहीं विधायक नीलिमा कटियार ने कहा कि देश की बेटियां देश के लिए मुस्तैदी से डटी हैं।

मध्य प्रदेश ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन ने की 7 लाख ट्रक भेजने की पेशकश

मध्य प्रदेश ट्रक ऑपरेटर एवं ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर सेना के लिए अपने ट्रक उपलब्ध कराने की पेशकश की है।एसोसिएशन के अध्यक्ष सीएल मुकाती ने बताया कि प्रदेश के साढ़े 7 लाख ट्रक सेना के परिवहन के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि माता बहनों के सिंदूर के बदले की खतिर जिस तरह से सेना लड़ रही है उसे लेकर हर भारतीय का अपना कर्तव्य है। उन्होंने बताया कि कारगिल युद्ध में भी ट्रक एसोसिएशन ने सेना को 1 हजार ट्रक उपलब्ध कराए थे। अब मध्य प्रदेश के साढ़े 7 लाख ट्रक एक इशारे पर देश की सेवा के लिए भेज दिए जाएंगे। एसोसिएशन के अध्यक्ष सीएल मुकाती ने बताया कि सेना की मदद के लिए एसोसिएशन ने ड्राइवरों और कंडक्टरों की छुट्टियां भी निरस्त कर दी हैं। उन्हें 24 घंटे आपात स्थिति के लिए तैयार रहने को कहा गया है। सेना को भी अपने माल परिवहन के लिए ट्रकों की आवश्यकता होती है, जिसमें दैनिक उपयोग की सामग्री के साथ जरूरी इमरजेंसी संसाधनों की भी जरूरत पड़ती है। हालांकि सेना के पास पर्याप्त संख्या में संसाधन है लेकिन फिर भी ट्रक एसोसिएशन अपने संसाधनों का उपयोग देश की लड़ाई में करना चाहता है। जिससे पाकिस्तान के खिलाफ युद्ध में ट्रक एसोसिएशन की भागीदारी हो सके।