KNEWS DESK- अमरोहा में आवारा कुत्तों के हमले में 7 साल की मासूम की मौत हो गई। बुधवार दोपहर बच्ची अपनी मां के साथ घर से 500 मीटर दूर खेत में गई थी। तभी उधर से गुजर रहे कुत्तों के झुंड ने हमला कर दिया। किसी तरह मां ने बच्ची को आवारा कुत्तों के झुंड से छुड़ाया। खून से लथपथ बच्ची को हसनपुर सीएचसी लेकर भागे। जहां डाॅक्टर ने इलाज के बाद दिल्ली रेफर कर दिया। परिजन बच्ची को दिल्ली ले जा रहे थे। रास्तें में ही बच्ची ने दम तोड़ दिया।
मृतक बच्ची की पहचान संजना (7) के रूप में हुई है। पूरा मामला हसनपुर कोतवाली क्षेत्र के फूलपुर बीझलपुर गांव का है।
फूलपुर बीझलपुर गांव के रहने वाले मृतक बच्ची के पिता कुंवरपाल सिंह ने बताया कि घर से 500 मीटर दूर खेत है। कल सुबह मैं काम से चला गया था। कल मेरी पत्नी गेहूं काटने खेत में जा रही थी। बुधवार दोपहर 2.30 बजे बच्ची स्कूल से पढ़ कर आ गई। पत्नी के पीछे-पीछे वह भी खेत में चली गई। पत्नी गेहूं काटने में व्यस्त थी। बच्ची कुछ दूर खेत में ही खड़ी थी। तभी उधर से गुजर रहे कुत्तों के झुंड ने अचानक बच्ची पर हमला कर दिया। बच्ची चीख सुनकर पत्नी दौड़ी। कुत्ते ने उसके गले को दबोच रखा था। पत्नी आगे बढ़ी तो कुत्ते उसकी तरफ झुके। पत्नी के द्वारा शोर मचाने पर आस-पास के खेतों में काम करने वाले लोग दौड़े। डंडे से किसी तरह कुत्तों को भगाया गया। पत्नी ने दौड़कर बेटी को गोद में उठा लिया। उसके गले से खून निकल रहा था। वो खून से लथपथ हो गई थी।गांव के लोग तुरंत उसे लेकर अस्पताल भागे। सीएचसी में डाॅक्टर ने पट्टी मरहम किया। लेकिन बच्ची की हालत बिगड़ती जा रही थी। कुछ देर बाद डाॅक्टर ने बच्ची को दिल्ली रेफर कर दिया। रात में बच्ची को लेकर दिल्ली जा हा था। तभी उसकी मौत हो गई।

पिता ने बताया कि मेरी दो बेटियां हैं। वह दो बहनों में बड़ी थी। संजना गांव के प्राथमिक विद्यालय में दूसरी क्लास में पढ़ती थी। उसकी मौत से परिवार में मातम छाया है। मां पाली का रो-रोकर बुरा हाल है। बच्ची की मां पाली ने बताया कि अस्पताल ले जाते समय मैं बेटी के साथ थी। उसके गले से काफी खून बह चुका था। वह सही से बोल नहीं पा रही थी। उसके गले में गहरा घाव हो गया था। उसके दाहिने हाथ के पंजे को कुत्ते चबा गए थे। उसका हाथ भी नहीं उठ रहा था।मेरी बेटी ने मेरे सामने ही गाड़ी में दम तोड़ दिया। हम उसे बचा नहीं पाए। मना करने के बाद भी वह पीछे पीछे खेत में चली गई। हमें नहीं पता था कि ऐसा हो जाएगा। वहीं बच्ची के मौत के बाद ग्रामीणों में आक्रोश है। ग्रामीणों का कहना है कि आवारा कुत्तों का आतंक बढ़ गया है। प्रशासन से कुत्तों को पकड़े की मांग की गई है। जल्द ले जल्द कुत्तों को प्रशासन पकड़वाने का काम करे। वहीं पुलिस क्षेत्राधिकारी दीप कुमार पंत ने बताया कि मामला जानकारी में नहीं है। अगर तहरीर मिलती है, तो आगे की कार्रवाई की जाएगी।
पूर्व में भी हो चुकी हैं कुत्तों के हमले की घटनाएं
-
उरई (जालौन जिला)- पिछले 5 दिनों में 174 लोगों को कुत्तों ने काटा है। गर्मी के मौसम में कुत्तों की आक्रामकता बढ़ गई है, और नगर पालिका द्वारा कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है।
-
ग्रेटर नोएडा (थोरा गांव)- एक गाय को पागल कुत्ते ने काटा, जिससे उसमें रेबीज हो गया। उस गाय का दूध पीने से एक महिला की मृत्यु हो गई। यह घटना आवारा कुत्तों के बढ़ते खतरे को दर्शाती है।
-
कानपुर (विकास नगर)- 90 वर्षीय महिला को उसके पालतू जर्मन शेफर्ड कुत्ते ने नोच-नोचकर मार डाला। यह घटना पालतू कुत्तों की आक्रामकता पर भी सवाल उठाती है।
-
मुजफ्फरनगर- 3 साल के बच्चे को आवारा कुत्ते ने काटकर गंभीर रूप से घायल कर दिया। यह घटना सीसीटीवी में कैद हुई और सोशल मीडिया पर वायरल हुई।