रिपोर्ट – कुलदीप कुमार
उत्तर प्रदेश – पीलीभीत की नगर पालिका में तैनात 11 पंप चालक के तौर पर काम करने वाले कर्मचारियों की सेवा अचानक से समाप्त कर दी गई | बिना नोटिस सेवा समाप्ति पर 11 कर्मचारियों ने डीएम कार्यालय पहुंचकर अपना दुखड़ा सुनाया और जलकल प्रभारी और ठेकेदार की लिखित शिकायत की, जिसमें निर्धारित से कम वेतन दिए जाने का भी आरोप लगाया है।
पीलीभीत में पंप चालक के रुप में थे कार्यरत
आपको बता दें कि डीएम कार्यालय में की गई शिकायत में बताया कि वह 2009 व 2014 में आउट सोर्सिंग के माध्यम से नगर पालिका परिषद पीलीभीत में पंप चालक के रुप में कार्यरत थे। निरंतर 10-12 घंटे पंप चलाने का कार्य उनसे लिया जाता रहा। कल दोपहर तीन बजे अचानक कार्यालय बुलाया गया। फिर जलकल प्रभारी और ठेकेदार ने 17 में से 11 कर्मचारियों की सेवा समाप्त होने की बात कह दी।
नहीं मिलता काम का पूर्ण मानदेय
इस पर उन्हें किसी भी प्रकार की सूचना और नोटिस तक नहीं दिया गया और सीधे सेवा समाप्त कर दी गई। कर्मचारियों ने कहा कि वह लोग सालों से काम करते आ रहे हैं, जिसे नगर पालिका के अभिलेखों में देखा भी जा सकता है, साथ ही आरोप है कि उन्हें काम का पूर्ण मानदेय भी नहीं दिया जाता है।