केदार आपदा के 10 वर्ष, फिर भी कसक!

KNEWS DESK–  साल 2013 में आई केदारनाथ आपदा को आज 10 साल पूरे हो चुके हैंलेकिन आज भी उत्‍तराखंड के लोगों के जहन में तबाही के जख्‍म हैं। आपको बता दें कि 16-17 जून 2013 को आई आपदा में हजारों मौतें हुईं थीं। इन 10 सालों में केदारपुरी का स्वरूप भव्‍य हो गया है और पूरी तरह बदल चुका है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खास लगाव व विजन के बाद केदारपुरी भव्‍य हो गई है। वहीं इस अवसर पर राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने केदारनाथ धाम पहुंचकर यात्रा व्यवस्थाओं का जायजा लिया| सीएम पुष्कर सिंह धामी ने आपदा में मरे सभी श्रद्धालुओं को भावभीनी श्रद्धाजंलि दी साथ ही कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केदारनाथ धाम में तेजी से निर्माण कार्य हुए हैं| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भव्य केदार, दिव्य केदार की दिशा में कार्य हो रहे हैं। सभी निर्माण कार्य समय पर पूरे होंगे इसके लिए दिन रात मॉनिटरिंग की जा रही है। एक तरफ जहां भाजपा बीते 10 साल में केदरनाथ में ऐतिहासिक कार्य का दावा कर रही है तो वहीं दूसरी ओर कांग्रेस का कहना है कि हकीकत में केदारपुरी का विकास कांग्रेस शासनकाल में हुआ है लेकिन भाजपा की आदत है कि कांग्रेस के किए कार्यों का खुद श्रेय लेना इसलिए भाजपा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को श्रेय दे रही है जबकि वास्तव में ऐसा है नहीं|

एक तरफ जहां भाजपा बीते 10 साल में केदरनाथ में ऐतिहासिक कार्य का दावा कर रही है तो वहीं दूसरी ओर कांग्रेस का कहना है कि हकीकत में केदारपुरी का विकास कांग्रेस शासनकाल में हुआ है लेकिन भाजपा की आदत है कि कांग्रेस के किए कार्यों का खुद श्रेय लेना इसलिए भाजपा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को श्रेय दे रही है जबकि वास्तव में ऐसा है नहीं वहीं आम आदमी पार्टी का कहना है कि भाजपा के राज में व्यवस्था और बुरी हुई है। व्यवस्था के अभाव में श्रद्धालुओं की जान जा रही है लेकिन भाजपा अच्छे कार्यों का श्रेय लेती है जबकि इसके उलट होने पर पल्ला झाड़ लेती है वहीं यूकेडी का कहना है कि केदारनाथ में कोई खास बदलाव ना तो भाजपा सरकार के राज में आया है और ना ही कांग्रेस के राज में सिर्फ श्रेय लेने की होड़ दोनों दलों में है|

कुल मिलाकर केदारनाथ आपदा के 10 साल पूरे होने के बाद भाजपा कांग्रेस में श्रेय लेने की होड़ मच गई है। हांलाकि धरातल पर स्थिति इतनी बेहतर भी नहीं है जितना की भाजपा सरकार दावा कर रही है। यही वजह है कि बार बार सरकार को केदारनाथ धाम में दर्शन के लिए श्रद्धालुओं के रजिस्ट्रेशन बंद करने पड़ रहे हैं। हांलाकि आपदा के बाद हरीश रावत सरकार के कार्यकाल में भी केदारनाथ में विकास कार्य हुए है इसमें कोई दोहराय नहीं है ऐसे में देखना होगा कि आखिर कब तक केदारनाथ धाम में चल रहे विकास कार्य पूरे होते हैं या नहीं|

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