रिपोर्ट – प्रशांत सोनी कासगंज
कासगंज – हाथरस के सिकंदरा राव क्षेत्र के फूलरई गांव में बीते दिवस को भोले बाबा के सत्संग के दौरान मची भगदड़ में कासगंज के रहने वाले 10 लोगों की मौत हो गयी। मृतकों में 6 महिलाएं, एक युवती, एक 5 साल का मासूम और एक पुरुष शामिल है। जबकि 15 लोग घायल हो गए। सात लोगों को कासगंज जिला अस्पताल में भर्ती कराया है। तीन लोगों का इलाज एटा में चल रहा है, जबकि पांच लोगों का इलाज अलीगढ़ में चल रहा है। वहीं बुधवार को जब पोस्टमार्टम के बाद सभी मृतकों के शव उनके घर पहुंचे तो घर सहित पूरे गांव में मातम का माहौल छा गया। वहीं परिजनों ने सभी मृतकों के शवों का गमगीन माहौल में अतिंम संस्कार किया।
आपको बता दें, कि हाथरस जिले के तहसील सिकंदरा राव क्षेत्र के रतभानपुर में विश्व साकार हरि भोले बाबा का मंगलवार को सत्संग चल रहा था। जिसमें लगभग ढाई लाख लोग शामिल हुए थे। सत्संग खत्म होने के बाद वहां अचानक भगदड़ मची गई और भगदड़ के दौरान कुल 122 लोगों की कुचलने से मौत हो गई, जबकि 150 से ज्यादा लोग घायल भी हो गये। वहीं कासगंज जनपद से भी सत्संग सुनने के लिए जिले से सात सैकड़ा से अधिक महिला पुरुष पहुंचे थे। मौत की खबर कासगंज जिले में आते ही परिजन अपनों की तलाश में संपर्क करने लगे और परिजनों में कोहराम मच गया। वह अपनों की शिनाख्त करने के लिए पोस्टमार्टम गृह पर पहुंच गए। पोस्टमार्टम गृह पर पड़े शवों में से अपनों की तलाश की। शव मिलने पर कोहराम मच गया। जिनमें से जिले के एक मासूम सहित 10 लोगों की कुचलने से मौत हो गई, जबकि 15 लोग घायल हो गए। सात लोगों को कासगंज जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। तीन लोगों का इलाज एटा में चल रहा है, जबकि पांच लोगों का इलाज अलीगढ़ में चल रहा है। जैसे ही लोगों की मौत की सूचना उनके गांव में पहुंची तो गांव में मातम का माहौल छा गया। बुधवार की सुबह जब पोस्टमार्टम के बाद मृतकों के शव उनके घरों में पहुंचे तो वहां कोहराम मच गया। पूरा का पूरा गांव मृतकों के घर की ओर दौड़ पड़ा। वहीं भाजपा जिलाध्यक्ष व सदर विधायक भी मृतकों के घर पहुंचे और परिजनों को सांत्वना दी। वहीं मृतकों के परिजनों ने गमगीन माहौल में शवों का अंतिम संस्कार किया।
इन लोगों की भगदड़ में हुई मौत
58 वर्षीय मीरा देवी पत्नी प्रेम शंकर निवासी गोरहा थाना कोतवाली कासगंज, 38 वर्षीय सीमा पत्नी सोनपाल निवासी नगला खजी थाना सोरों, 60 वर्षीय सोमवती पत्नी सत्य प्रकाश ग्राम प्यारमपुर थाना पटियाली, 64 वर्षीय रेवती देवी पत्नी छोटेलाल ग्राम प्यारमपुर थाना पटियाली, 20 वर्षीय प्रियंका पुत्री रामसेवक निवासी बहोटा थाना गंजडुंडवारा, 5 वर्षीय युवंश पुत्र प्रेम सिंह निवासी नोरथा थाना कोतवाली कासगंज, 45 वर्षीय मीनू देवी पत्नी मदनपाल सिंह निवासी सलेमपुर पीरौंदा कोतवाली कासगंज, 52 वर्षीय मुन्नी देवी पत्नी तोताराम निवासी बलराम थाना ढोलना, 38 वर्षीय सुदामा पत्नी महावीर सिंह जाति जाटव निवासी सादिकपुर थाना क्षेत्र सहावर व कमला देवी पत्नी मुरारी लाल निवासी मौहल्ला शेखान थाना पटियाली।
भोले बाबा के बहादुर नगर आश्रम पर छाया हुआ है सन्नाटा
भोले बाबा उर्फ सूरजपाल जनपद कासगंज के पटियाली थाना क्षेत्र के गांव बहादुर नगर के रहने वाले हैं। जो कभी यूपी पुलिस इंटेलिजेंस विभाग में थे। नौकरी के दौरान एक बलात्कार के केस में जेल गया था, जिसके बाद सूरजपाल को पुलिस विभाग से बर्खास्त कर दिया गया, इसके बाद सूरज पाल ने अपनी बाबा गिरी गांव बहादुर नगर आश्रम से शुरू कर दिया था। देखते देखते उनका प्रभाव यूपी, राजस्थान, मध्य प्रदेश सहित अन्य प्रदेशों में बढ़ता चला गया। लाखों में उनके भक्तों की संख्या पहुंच गई। वहीं हाथरस की घटना के बाद से गांव बहादुर नगर आश्रम पर सन्नाटा छाया हुआ है।
पहले भी हो चुके हैं हादसे
जनपद कासगंज के भोले बाबा के आयोजित होने वाले सत्संग में बड़ी संख्या में भक्त पहुंचते हैं। अत्यधिक भीड़ आने के चलते मार्गों पर दबाव रहता है। जिससे हादसे भी हो जाते हैं। ऐसा ही हादसा बीते वर्ष 2022 में पटियाली-कायमगंज मार्ग पर हुआ था। जिसमें बोलेरो और ऑटो में जबरदस्त भिड़ंत हुई। इस भिड़ंत में करीब दस लोगों की मौत हो गई। दर्जन भर लोग घायल हुए। मृतकों में एक ही परिवार के पांच लोग थे। इससे पूर्व भी ट्रेन की चपेट में आकर दो भक्त महिलाएं व एक बच्ची की ट्रेन हादसे में मौत हुई थी। लेकिन इन हादसों के बावजूद भी भोलेबाबा के भक्तों के आश्रम में आने का सिलसिला नहीं रुका।
23 मई 2023 से नहीं आए हैं पैतृक गांव बाबा
पटियाली थाना क्षेत्र के गांव में साकार विश्व हरि बाबा का नाम सूरजपाल है। उनकी पत्नी का नाम कटोरी देवी है। सूरजपाल तीन भाइयों में से सबसे बड़े हैं। सूरजपाल से बने साकार विश्व हरि बाबा अपने पैतृक गांव में बने आश्रम पर आखिरी बार 23 मई 2023 को आये थे, तबसे नहीं आये हैं, हालांकि उनके आश्रम पर हर मंगलवार को हजारों लोगों की भीड़ उमड़ती है। बाबा के अनुयाई आश्रम पर पहुंचकर अपने आपको को धन्य समझते हैं।
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