सामुदायिक शौचालय चढ रहे भ्रष्टाचार की भेंट
अम्बेडकरनगर- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी योजना स्वच्छ भारत मिशन को जिले में तगड़ा झटका लगा है। भ्रष्टाचार के जंजीरों में जकड़ी स्वच्छत वाली यह योजना अधिकारियों और कर्मचारियों की कमाई का जरिया बन गई है। सूत्रों से मिली खबर के मुताबिक नगरपालिका टांडा की ओर से बनवाए गये 16 सामुदायिक शौचालयों के निर्माण में बड़ी अनियमितता और सरकारी धन के बंदरबांट का मामला सामने आया है, जिसमें अधिकारियों व ठेकेदार ने मिलकर इस सरकारी योजना में जमकर निजी फायदा उठाया है।
सभासदों ने लगाया बंदरबांट का आरोप
सूत्र को दी गई जानकारी में जनपद की नगरपालिका टांडा के सभासद जयप्रकाश यादव व मुहम्मद जाहिद ने बताया कि जनपद में 16 सामुदायिक शौचालयों का निर्माण होना था, तीन साल पहले बाकायदा इस निर्माण के लिये साढ़े तीन करोड़ का बजट पास किया गया था लेकिन भ्रष्टाचारियों ने इस पूरी व्यवस्था पर पलीता लगाते हुये, जमकर मानकों की अनदेखी की है और उन्हें अधूरा निर्माण करते हुये समय से पहले ही उन्हें जनता को सौंप दिया है, जिससे की हालात ये हैं कि न तो कई शौचालयों में गेट हैं, न बिजली और न ही परिसर में बाउंड्रीवाल। ऐसे में महिलायें शौचालय नहीं जा पा रहीं हैं और तमाम तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन जिम्मेदार अधिकारियों ने मौज काटते हुये लाखों रूपये हड़प लिये।