पुलिस कस्टडी में सफाईकर्मी की मौत, पुलिसकर्मियों पर FIR, 5 सस्पेंड

आगरा : थाने में शनिवार 16 अक्टूबर को जगदीशपुर थाने के मालखाने से 25 लाख की चोरी हुई थी. इस सिलसिले में अरुण नाम के सफ़ाई कर्मचारी को गिरफ़्तार किया गया. मंगलवार 19 अक्टूबर की रात अरुण की मौत हो गई. परिजनों का आरोप है कि अरुण की मौत पुलिस की पिटाई से हुई। आगरा पुलिस ने धारा 302 के तहत पुलिसकर्मियों पर मुक़दमा दर्ज़ किया है। एसएसपी आगरा ने एक इंस्पेक्टर, एक सब इंस्पेक्टर  और तीन सिपाहियों को सस्पेंड कर दिया है

क्या था पूरा मामला ?

आगरा में थाना जगदीशपुरा के मालखाने से 25 लाख रुपये की चोरी के मामले में हिरासत में लिए गए युवक की मंगलवार रात को मौत हो गई। पुलिस उससे चोरी की गई रकम की बरामदगी के प्रयास में लगी हुई थी। अचानक उसकी तबीयत खराब हो गई। पुलिस अस्पताल लेकर पहुंची, जहां उसे मृत घोषित कर दिया। जिसके बाद पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया

अरुण कुमार की हिरासत में मौत के मामले के बाद परिवार में कोहराम मच गया। मां कमला देवी का कहना है कि पुलिस वालों ने चोरी का आरोप लगाते हुए पूरे परिवार को उठा लिया और पिटाई की। अरुण कुछ पुलिस वालों के नाम बता रहा था। नाम उजागर न हो जाएं, इसलिए उसे मार दिया। मृतक की पत्नी के मुताबिक पैसा लाने को दबाव बना रहे थे

बता दें कि पुलिस ने चोरी के मामले में अरुण नामक युवक हिरासत में लिया था। उससे पूछताछ की जा रही थी, अरुण थाने में सफाई करने आता था। घटना के बाद वह फरार हो गया था इससे शक के घेरे में आ गया था। पुलिस ने तलाश कर उसे पकड़ा था।

अरुण की मौत के बाद वाल्मीकि समाज के लोग भी एकजुट हो गए। बवाल की आशंका के चलते आसपास के जिलों से भी फोर्स को बुलाया गया। मृतक के भाई सोनू ने पुलिस प्रशासन से दो करोड़ रुपए और मृतक आश्रित को नौकरी देने की मांग की  फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी है।

मामले में अब तक एक इंस्पेक्टर,एक दरोगा और तीन सिपाही सस्पेंड किए जा चुके हैं। पुलिस कर्मियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है। एसएसपी आगरा के मुताबिक मृतक का पोस्टमार्टम पैनल से होगा ,वीडियो रिकॉर्डिंग भी होगी। एसएसपी ने पीड़ित परिवार को निष्पक्ष कार्रवाई का भरोसा दिया है।

कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी का ट्वीट

कांग्रेस की नेता प्रियंका गांधी को यूपी सरकार ने आगरा जाने से रोक दिया. वह पुलिस हिरासत में हुई मरे शख्स के परिवार से मुलाकात करने जा रही थीं. इसे लेकर प्रियंका ने ट्वीट भी किया था. उन्होंने लिखा था कि किसी को पुलिस कस्टडी में पीट-पीटकर मार देना कहां का न्याय है? आगरा पुलिस कस्टडी में अरुण वाल्मीकि की मौत की घटना निंदनीय है. भगवान वाल्मीकि जयंती के दिन उप्र सरकार ने उनके संदेशों के खिलाफ काम किया है. इसकी उच्चस्तरीय जांच व पुलिस वालों पर कार्रवाई हो व पीड़ित परिवार को मुआवजा मिले.

 

इस प्रकरण में सपा मुखिया अखिलेश यादव का ट्वीट

सपा मुखिया अखिलेश यादव ने ट्वीट से हमला बोला है। अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा है कि सरकार में पुलिस खुद अपराध कर रही है तो फिर अपराध कैसे रुकेगा? आगरा में पहले सांठगांठ कर थाने के मालखाने से 25 लाख रुपये की चोरी कराई गई। फिर सच छिपाने के लिए गिरफ्तार किए गए सफाईकर्मी की कस्टडी में हत्या स्तब्ध करती है? हत्यारे पुलिसकर्मियों पर हो सख्त कार्रवाई हो।

आप सांसद संजय सिंह ने क्या कहा ?

संजय सिंह ने कहा कि एक के बाद एक कई घटनाओं में पुलिस खुद हत्या के मामले में शामिल है. व्यापारी इन्द्रकांत त्रिपाठी की हत्या हुई, उसमें मुलजिम एसएसपी पाटीदार है. इसी प्रकार, मनीष की हत्या हुई, उसमें दारोगा, थानेदार, पुलिसकर्मी मुलजिम हैं. रायबरेली में भी पुलिसकर्मी हत्या के आरोपी हैं और अब आगरा में अरुण की हत्या में भी आरोपी पुलिस ही है.

 

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