झाँसी- जनपद जेल को कभी भी अस्थाई जेल घोषित किया जा सकत है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक डीजी फायर एंड जेल आनंद कुमार सोमवार को झांसी के जेल का निरीक्षण करने पहुँचे थे, जहाँ उन्होने पत्रकारों को दी गयी जानकारी में बताया कि झाँसी जेल में 1538 कैदी बंद है जबकि इसकी क्षमता सिर्फ 600 कैदियों की है। कोरोना की गाइडलाइन को देखते हुये हम इस पर विचार कर रहे हैं, लेकिन जेल पुराने जमाने की है इसलिये इसमें स्पेस काफी ज्यादा है। उन्होने कहा कि कोरोना कि विभिषिका को देखते हये हर ऐहतियात बरता जा रहा है। उन्होने कहा कि यहाँ के कैदियों को इटावा जेल ट्रांसफर करने का विचार किया जा रहा है।