गायों की दुर्दशा से आहत हैं अखिलेश
उन्नाव- एक होता है समर्पण होना, दूसरा होता है समर्पण जीना और तीसरा होता है समर्पण कर देना। जी हाँ उन्नाव में एक ही गौसेवक हैं जिनका नाम है, अखिलेश अवस्थी। नगर में किसी परिचय के मोहताज नहीं अखिलेश अवस्थी को उनकी गौभक्ति के साथ ही निस्वार्थ समर्पित भाव वाले पशुप्रेमी के रूप में जाना जाता है। दिन हो या रात, गर्मी हो या सर्दी लेकिन अखिलेश अवस्थी हमेशा अपनी गौभक्ति पूरे समर्पित भाव से करते आये हैं। निराश्रित गौवंश के लिये आश्रम चलाने वाले अखिलेश अवस्थी गौवंश के विषय में ऐसा कहा जाता है कि सर्दी की इस रात में भी यदि उन्हें खबर मिल जाये कि कोई गोवंश किसी नाले में या कहीं तड़प रहा है तो वो उसे बचाने निस्वार्थ भाव से पहुँच जाते हैं। इसके अलावा हनुमंत जीव आश्रम चलाने वाले अखिलेश किसी भी मूक प्राणी की सहायता की मदद के लिये तत्परता से कार्य करते हैं।
लगातार गायों की बिगड़ती दशा से आहत थे अवस्थी
सूत्रों से मिली खबर के मुताबिक राष्ट्रीय सहार के ब्यूरोचीफ अखिलेश अवस्थी कई बार प्रशासन से गौवंश की दुर्दशा को लेकर नाराजगी प्रकट कर चुके हैं, लेकिन प्रशासन है कि ध्यान ही नहीं देता। प्रशासन द्वारा की जा रही लापरवाही व इस मामले को लगातार नजरंदाज किये जाने से हो रही गायों की दुर्दशा से आहत चल रहे गौसेवेक अवस्थी ने अंतत: वो कदम उठा लिया जिसका अंदाजा प्रशास को भी नहीं था। अधिकारियों को ज्ञापन दे-देकर थक चुके अखिलेश अवस्थी ने आत्मघाती कदम उठाते हुये खुद को आग के हवाले कर लिया। घटना के बाद से उनके चाहने स्तब्ध हैं और घटना के लिये प्रशासन को जिम्मेंदार बता रहे हैं। फिलहाल उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहाँ पर उनका इलाज किया जा रहा है।