कांग्रेस में परिवर्तन,2027 की जीत ?

Uttarakhand Desk, उत्तराखंड में कांग्रेस ने मिशन 2027 के लिए लंबे समय बाद अपनी नई टीम का ऐलान कर दिया है। सबसे बड़ा फेरबदल प्रदेश अध्यक्ष की कुर्सी पर देखने को मिला है। हाईकमान ने गणेश गोदियाल को फिर से प्रदेश कांग्रेस कमेटी का नया अध्यक्ष नियुक्त किया है। कांग्रेस महासचिव के सी वेणुगोपाल ने नियुक्ति के आदेश जारी कर दिए हैं। पार्टी ने पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह को चुनाव अभियान समिति का अध्यक्ष बनाया है। इसके साथ ही, पूर्व मंत्री हरक सिंह रावत को चुनाव प्रबंधन समिति का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। कांग्रेस पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल की ओर से जारी विज्ञप्ति के अनुसार, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने इन नियुक्तियों को स्वीकृति प्रदान की। गोदियाल ने करण मेहरा का स्थान लिया है। महारा को प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद से मुक्त किए जाने के बाद कांग्रेस कार्य समिति का विशेष आमंत्रित सदस्य नियुक्त किया गया है। गोदियाल दो बार उत्तराखंड विधानसभा के सदस्य रहे हैं। वह 2012 के विधानसभा चुनाव में पौड़ी गढ़वाल जिले की श्रीनगर विधानसभा सीट से चुनाव जीते थे। जबकि 2017 और 2022 के विधानसभा चुनाव और 2024 के लोकसभा चुनाव में वह हार गए थे। जुलाई 2021 में भी वह प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष बने थे, लेकिन 2022 के उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हार के बाद उन्हें पद से हटा दिया गया था. और महारा को यह जिम्मेदारी सौंपी गई थी। प्रदेश के लिए पार्टी ने नया प्रभारी भी नियुक्त किया है.

मनोज यादव अब उत्तराखंड कांग्रेस के नए प्रभारी होंगे. इसके साथ ही प्रदेश में 27 नए जिलाध्यक्षों की भी घोषणा की गई है. अल्मोड़ा से भूपेंद्र सिंह भोज, बागेश्वर से अर्जुन चंद्र भट्ट, देहरादून सिटी से डॉ. जसविंदर सिंह गोगी, हरिद्वार से बालेश्वर सिंह, रुद्रप्रयाग से कुलदीप कंडारी और टिहरी से मुरारी लाल खंडवाल को अध्यक्ष बनाया गया.साथ ही उत्तराखंड कांग्रेस में नेतृत्व परिवर्तन के बाद गणेश गोदियाल को प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने उन्हें बधाई दी। भट्ट ने कहा कि वे उत्तराखंड के मुख्य विपक्षी दल को बधाई देते हैं कि देर से ही सही उन्होंने अपनी एक टीम बनाई है। आगे भट्ट ने कहा कि कांग्रेस की नई टीम में अधिकतर पुराने चेहरे हैं। टीम में सब पुराने लोग हैं और गणेश गोदियाल पहले भी अध्यक्ष रहे हैं। प्रीतम भी पहले प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं, हमारे लिए कोई नया चेहरा नहीं है। हां, हरक सिंह इस बार कांग्रेस में आए हैं, तो उनकी वजह से कांग्रेस के अंदर कुछ हलचल जरूर देखने को मिलेगी। ऐसे में कांग्रेस में परिवर्तन पर 2027 के चुनाव से पहले राजनीति में बड़ी हलचल देखने को जरूर मिल रही है. सावल ये ही है क्या ये परिवर्तन आने वाले 2027 के चुनाव में कांग्रेस की नईया को पार लगाने के लिए काफी है.