उत्तराखंड डेस्क रिपोर्ट , चारधाम यात्रा शुरू होने से पहले बॉलीवुड अभिनेत्री उर्वशी रौतेला का एक विवादित बयान सामने आया है। उर्वशी रौतेला ने बद्रीनाथ के समीप स्थित उर्वशी मंदिर को अपना मन्दिर बताया है. जिसको लेकर तीर्थ पुरोहित समाज खासा आक्रोशित नजर आ रहा है। तीर्थ पुरोहित महापंचायत के एक प्रतिनिधि मंडल ने पुलिस मुख्यालय पहुंचकर डीजीपी से मुलाकात की और अभिनेत्री के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग करते हुए ज्ञापन सौंपा। महापंचायत ने आरोप लगाया कि उर्वशी रौतेला द्वारा हाल ही में दिए गए बयान से धार्मिक आस्था और परंपराओं का मजाक उड़ाया गया है. जो कि करोड़ों श्रद्धालुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाला है। तीर्थ पुरोहितों का कहना है कि बद्रीनाथ धाम केवल एक धार्मिक स्थल ही नहीं बल्कि आस्था और सनातन परंपरा का प्रतीक है. ऐसे में इस प्रकार के गैर-जिम्मेदाराना और तथ्यों से परे बयानों को कतई बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। महापंचायत ने डीजीपी से मांग की कि उर्वशी रौतेला के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर उनके बयान की जांच की जाए. वही अभिनेत्री उर्वशी रौतेला के बयान से सियासत भी गरमा गई है।हाला की उर्वशी रौतेला उत्तराखंड की निवासी भी है लेकिन गैर जिम्मेदाराना दिए गए बयान पर अभी तक उर्वशी का कोई जवाब नहीं मिल पाया है जिसकी वजह से देवभूमि की जनता के बीच नाराजगी साफ तौर देखी जा सकती है।
आपको बता दे एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है. जिसमें उर्वशी रौतेला बद्रीनाथ धाम के निकट उर्वशी मंदिर को अपने नाम का बता रही है। वह यह भी कह रही हैं कि दक्षिण भारत में भी इस नाम से मंदिर स्थापित होना चाहिए। उत्तराखंड चार धाम तीर्थ पुरोहित महापंचायत के प्रवक्ता प्रशांत डिमरी ने कहा कि इस बयान से सनातन धर्म और मां उर्वशी देवी में आस्था रखने वालों की भावना आहत हुई है। इसको लेकर स्थानीय लोगों और तीर्थ पुरोहितों में नाराजगी है। ब्रह्म कपाल तीर्थ पुरोहित पंचायत समिति व बदरीनाथ धाम के केंद्रीय अध्यक्ष उमेश सती ने कहा कि उर्वशी रौतेला और सोशल मीडिया चैनल संचालक पर कार्रवाई की जाए। उन्होंने बताया कि इस संबंध में डीजीपी को चार धाम तीर्थ पुरोहित महापंचायत और ब्रह्म कपाल तीर्थ पुरोहित पंचायत समिति ने अलग-अलग ज्ञापन दिए हैं। चार धाम महापंचायत के पदाधिकारियों ने कहा कि सनातन संस्कृति और धार्मिक स्थलों की गरिमा को बनाए रखना हम सभी का कर्तव्य है और कोई भी व्यक्ति यदि उसकी मर्यादा को लांघता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।
आपको बता दे बद्रीनाथ धाम के समीप बामणी गांव में मां उर्वशी देवी का मंदिर मौजूद है. लेकिन यह उर्वशी रौतेला का मंदिर नही बल्कि स्वर्ग की सबसे सुंदर और नृत्य में निपुण उर्वशी अप्सरा का मंदिर है. देवी उर्वशी कई पौराणिक कथाओं में किरदार के तौर पर रहती हैं और पुराणों में उनका जिक्र अलग-अलग संदर्भों में आया है। अप्सरा उर्वशी का मंदिर बद्रीनाथ मंदिर के पास है। जबकि अभिनेत्री उर्वशी रौतेला ने हाल ही में एक पॉडकास्ट में कहा कि उत्तराखंड में बद्रीनाथ धाम के पास मेरे नाम का उर्वशी मंदिर है। उर्वशी रौतेला ने ऐसा क्या सोचकर कहा, यह तो वही जानें लेकिन असल में बद्रीनाथ धाम के पास जो उर्वशी मंदिर है उसका अभिनेत्री उर्वशी से कोई लेना-देना नही है। उनके इस बयान के बाद बद्रीनाथ धाम के तीर्थ पुरोहित पंडा समाज और वहां के स्थानीय लोगों के साथ सियासत भी गरमा गई है।
उत्तराखंड के पवित्र तीर्थ स्थलों को लेकर किसी भी तरह का गैर-जिम्मेदाराना बयान न केवल आस्था को ठेस पहुंचाता है, बल्कि समाज में विवाद और अशांति को भी जन्म देता है। उर्वशी रौतेला को एक जिम्मेदार कलाकार के रूप में जनता की भावनाओं का सम्मान करना चाहिए। और जल्द ही आस्था को ठेस पहुंचने वाले इस बयांन पर स्पष्टीकरण देते हुए देवभूमि और तीरथपरहितो से माफ़ी मांग लेनी चाहिए नहीं तो आने वाले समय पर उर्वशी की दिक्कतये बढ़ सकती है।