सरकार से सवाल,पेपर लीक पर बवाल ! 

उत्तराखंड डेस्क रिपोर्ट, उत्तराखंड में पेपर लीक प्रकरण का विरोध रुकने का नाम नहीं ले रहा है आपको बता दे, प्रदेश में हो रहे पेपर लीक, भ्रष्टाचार, बेरोजगारी और महंगाई के खिलाफ उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस के आह्वान पर आगामी 3 अक्टूबर यानी कि आज कांग्रेस कार्यकर्ताओ ने मुख्यमंत्री आवास का घेराव किया। इस कार्यक्रम के लिए टिहरी जनपद से भी सैकड़ों की संख्या में कांग्रेसी कार्यकर्ता देहरादून पहुंचें। कांग्रेस पार्टी के प्रत्येक जेष्ठ और कनिष्ठ नेताओं के साथ-साथ फ्रंटल संगठनों को यह जिम्मेदारी दी गई है कि अधिक से अधिक संख्या में इस आंदोलन में शामिल होकर जनता के बीच भाजपा की डबल इंजन सरकार के असली भ्रष्टाचार के चेहरे को उजागर किया जाए। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने भी उत्तराखंड में हो रहे पेपर लीक को बेरोजगार युवाओं के साथ बड़ा मजाक और अन्याय करार दिया है. और इस गंभीर मुद्दे को संसद में उठाने की बात कही है। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि भाजपा सरकार ने युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया है, महंगाई चरम पर है और भ्रष्टाचार पर कोई रोकथाम नहीं है। ऐसे में 3 अक्टूबर का यह आंदोलन सरकार की नीतियों के खिलाफ जनता की आवाज को बुलंद करेगा।आपको बता दे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पेपर लीक मामले पर सीबीआई जांच के आदेश दे दिए है मगर कांग्रेस को ये ना गुजरा है। जिसको लेकर कांग्रेस की मांग है.की अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के अध्यक्ष जी,एस,मर्तोलिया को तत्काल हटाया जाए साथ ही सीबीआई जांच में रिटायर जज को शामिल करने के साथ परीक्षाओ को निरस्त भी किया जाए साथ ही  परीक्षार्थियों के अनुरोध पर आयोग ने 5 अक्टूबर की परीक्षा को स्थगित करने का फैसला लिया है तो 12 अक्टूबर की परीक्षा भी ठंडे बस्ते में जाते ही दिखाई दे रही है.जिसकी वजह से आरोप है कि छात्रों का भविष्य सरकार अंधकार में डाल रही है. ऐसे में ये कांग्रेस का प्रदर्शन सरकार के लिए नई मुसीबत बनता जा रहा है.

स्नातक स्तरीय भर्ती परीक्षा में पेपर लीक मामले में प्रदेश कांग्रेस ने आज बड़ी संख्या में सीएम आवास कूच किया। हाईकोर्ट के सीटिंग जज की निगरानी में सीबीआई जांच कराने की मांग को लेकर आज कांग्रेस सी ऍम आवास घेराव कर सरकार पर हल्ला बोला है। विपक्ष का आरोप है की प्रदेश में पेपर लीक प्रकरण को लेकर प्रदेश के युवाओ का भविष्य सरकार अंधकार में डाल रही है ऐसे में सरकार जनता को विश्वास दिलाए की इन छात्रों का भविष्य व्यर्थ नहीं जायेगा हलाकि मुख्य्मंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सीबीआई जांच को लेकर मंजूरी दे दी है छात्रों के भविष्य से कोई खिलवाड़ नहीं होगा इस बात का आश्वासन जनता को दिया है.

कांग्रेस पार्टी का CM आवास कूच करने की तीन प्रमुख मांगे है। जिसमें:-

1 -पेपर लीक की जांच हाईकोर्ट के सिटिंग जज की निगरानी में सीबीआई से करवाने
2 -यूके ट्रिपल एससी अध्यक्ष गणेश सिंह मर्तोलिया को तत्काल बर्खास्त करने व
3 -लीक पेपर परीक्षा को कैंसिल कर नई परीक्षा तिथि घोषित करें

वीओ –कांग्रेस के प्रदर्शन पर तंज कसते हुए भाजपा प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर चौहान ने कहा की कांग्रेस की हमेशा से दूसरे की कढ़ाई में पकोड़े तलने की आदत रही है। uksssc मामले को लेकर युवाओं द्वारा किये जा रहे आंदोलन में युवाओं की भावनाओं को समझते हुए मुख्यमंत्री धामी ने CBI जांच की मांग को स्वीकार कर संतुति प्रदान की जिसके चलते युवाओं ने आंदोलन को खत्म किया। उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा की चाहे देश की बात हो या राज्य की कांग्रेस की मंशा समस्या को खत्म करने की जगह उत्तपन्न करने की रही है। जिस षड्यंत्र को लेकर युवाओं को भड़काने के लिए कांग्रेस प्रयास कर रही थी वह पूरा ही नही हुआ, इसलिए कांग्रेस परेशान है। साथ ही कांग्रेस को अपने कार्यकाल के समय हुए घोटालो के प्रायश्चित करने के लिए प्रदर्शन करना चाहिए। वही कांग्रेस कभी युवाओं के हित में कार्य नहीं करती केवल अपनी राजनीतिक रोटियां सेकने का काम कर रही है। वही विपक्षी दलों ने भी सरकार की पेपर लीक प्रकरण को लेकर जवाब माँगा है.

एक बार फिर राजधानी देहरादून में पेपर लीक मामले को लेकर कांग्रेस ने सरकार पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं. और साथ ही पूरे प्रदेश में विरोध करने की भी चेतावनी दे डाली है. हालांकि सरकार सीबीआई जांच की मंजूरी देने व भविष्य में इस तरीके के प्रकरण ना हो इसको दावा कर रही है। और साथ ही कांग्रेस को इस मामले पर राजनीति न करने की सलाह भी दे रही है. हालांकि अब देखने वाली बात यह होगी कि कांग्रेस का यह विशाल प्रदर्शन जमीनी स्तर पर सरकार से अपनी मांगे पूरी करने में कितना कामयाब होगा।

राजेश वर्मा