उत्तराखंड डेस्क रिपोर्ट, उत्तराखंड के उत्तरकाशी धराली आपदा का आज छठवां दिन है. छठे दिन भी रेस्क्यू ऑपरेशन जोरों से जारी है. धराली आपदा ग्राउंड जीरो पर उत्तराखंड पुलिस के साथ सेना के जवान पिछले 6 दिनों से मलबे में दबी जिंदगियों की तलाश कर रहे हैं. इसके लिए मानव, मशीनरी, मैकेनिज्म सब कुछ का इस्तेमाल किया जा रहा है. धराली में आपदा पीड़ितों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए अब तक हेलीकॉप्टरों के 260 से भी अधिक फेरे लग चुके हैं. इसके लिए मातली में एयरबेस बनाया गया है जहां से आठ हेलिकॉप्टर फ्लाई कर रहे हैं. चिन्यालीसौड़ हवाईपट्टी से सेना का चिनूक, एमआई-17, एएलएच तथा कि चीता हेलीकॉप्टर भी हर दिन उड़ान भर रहे हैं. इनके जरिये आपदाग्रसित क्षेत्रों में राशन, रशद आदि पहुंचाई जा रही है. इसके साथ ही आपदा पीड़ितों को भी रेस्क्यू किया जा रहा है.उत्तराखंड में उत्तरकाशी जिले के धराली व हर्षिल में आई भीषण आपदा के बाद राहत राशि को लेकर राजनीतिक विवाद शुरू हो गया है. कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि आपदा के कारण वहां के लोगो को पीने के लिए पानी तक उपलब्ध नही कराया जा सका है। पीड़ित परिवारों को फौरी तौर पर दी गई 5 हजार रुपये की राशि पर्याप्त नहीं है. जबकि बीजेपी ने कांग्रेस की ओछी राजनीति करार दिया है. बीजेपी का कहना है कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने स्पष्ट किया कि 5 हजार रुपये का चेक केवल तात्कालिक मदद के लिए था. जबकि छतिग्रस्त मकानों और मृतकों के परिजनों के लिए 5-5 लाख रुपये की राशि दी जाएगी. जिसके लिए एक सचिव स्तर की विशेष कमेटी नुकसान का आकलन करेगी. जिसके बाद विस्थापन और आर्थिक पैकेज का ऐलान होगा।
उत्तराखंड के धराली और हर्षिल में आई आपदा को लेकर उत्तराखंड सरकार ने आपदा प्रभावितों को फौरी तौर पर 5 हजार रुपये के चेक वितरित किए थे. ताकि वे तात्कालिक जरूरतें पूरी कर सकें। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने सरकार से सवाल किया कि यह राशि पर्याप्त नहीं है और लोगों को और मदद की जरूरत है. उन्होंने कहा कि सरकार को तत्काल बड़ा राहत पैकेज जारी करना चाहिए. माहरा ने आपदा पीड़ितों के साथ मजाक उड़ाने का आरोप लगाया. बोले कि जिनका इस प्राकृतिक आपदा में सबकुछ उजड़ गया उनके साथ सरकार भद्दा मजाक कर रही है। वहीं बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्र भट्ट ने कांग्रेस पर आपदा के वक्त राजनीति करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि 5 हजार रुपये का चेक केवल फौरी मदद के लिए था. सरकार ने छतिग्रस्त मकानों के लिए 5 लाख और मृतकों के परिजनों के लिए 5 लाख रुपये की राशि जारी की है. जिसमे एक कमेटी नुकसान का आकलन करेगी. जिसके बाद विस्थापन और आर्थिक पैकेज का ऐलान कर दिया जाएगा। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि हम लोगों के जख्म नहीं भर सकते. लेकिन हर संभव मदद करेंगे. केंद्र सरकार से भी सहयोग मिल रहा है. धराली और हर्षिल के लोगों को हरसंभव राहत दी जाएगी. उन्होंने बताया कि होटल, दुकान और मकान के हिसाब से मुआवजा दिया जाएगा। इस विवाद ने एक बार फिर से उत्तराखंड में राजनीतिक तनाव को बढ़ा दिया है. कांग्रेस ने सरकार पर लापरवाही का आरोप लगाया है. तो दूसरी तरफ बीजेपी ने विपक्ष को आपदा के वक्त संवेदनशील होने की नसीहत दी है।
आपको बता दे उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के धाराली गांव में आई आपदा को 6 दिन हो चुके हैं. अभी तक सरकार की तरफ से चलाए गए रेस्क्यू ऑपरेशन में 1200 से अधिक लोगों को सुरक्षित जगह पहुंचाया गया है. वहीं लापता लोगों को लेकर बड़ी जानकारी सामने आई है. रिपोर्ट के मुताबिक कुल 43 लोग लापता हैं, जिनमें 9 सेना के जवान हैं, 13 स्थानीय लोग हैं. लापता लोगों के परिजनों से संपर्क किया जा रहा है. जिंदा लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचने के बाद मलबे में दबे लोगों की तलाश की जा रही है. इसके लिए सेना के खोजी कुत्ते भी लगाए गए हैं. इस दौरान एक स्थानीय युवक का शव बरामद किया गया है. रिपोर्ट के मुताबिक यूपी के 6, टिहरी के 1, नेपाल के 24 और बिहार के 13 लोग लापता हैं।
आपको बता दे, हर्षिल, धराली आपदा में राहत एवं बचाव कार्यों की अपडेट व सूचनाओं के त्वरित आदान-प्रदान के लिए हर्षिल आपदा क्षेत्र में पुलिस कंट्रोल रुम संचालित किया जा रहा है. जहां पर पुलिस दूरसंचार की टीम द्वारा 24 ×7 रेस्क्यू टीमों के साथ समन्वय कर सूचनाओं का लगातार आदान-प्रदान किया जा रहा है. इस बीच गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर गंगनानी, लिमचागाड़ के पास वैली ब्रिज निर्माण कार्य भी पूरा कर लिया गया है. सोनगाड़, डबरानी, हर्षिल, धराली आदि स्थान पर अवरुद्ध गंगोत्री हाईवे को सुचारू करने का कार्य तेजी से चल रहा है.अब तलाश है तो उन अपनों को जो आज भी इस मलबे में दबे अपनों को तलाश रहे है जो अभी तक गुम है।