उत्तराखंड डेस्क रिपोर्ट, उत्तराखंड धराली में विगत अगस्त माह में भीषण आपदा आई जिसमे काफी बड़े पैमाने पर जानमाल की हानि हुई कई घर होटल और दुकान तहस नहस हुए और सैकड़ों की संख्या में वहाँ जाने भी गई जिसके बाद राज्य सरकार द्वारा वहां तुरंत आपदा राहत बचाव कार्य किया , इस आपदा के बाद सरकार द्वारा आपदा की जांच शुरू की किन कारणों से इस आपदा ने भीषण रूप लिया जांच का जिम्मा कर्नल अजय कोठियाल को दिया गया जिन्होंने धरातल पर जाकर देखा कि आपदा के कारण कितना नुकसान हुआ और कितनी जानमाल की हानि हुई , वहीं इस जांच के बाद कर्नल कोठियाल ने अपनी ही सरकार पर सवाल खड़े कर दिए उन्होंने आपदा विभाग की बैठक में कही ऐसी बाते बोली जो सरकार को अब असहज कर रही है.वही इस पुरे मामले पर विपक्ष को भी आपदा जैसे मुद्दे पर सरकार को घेरने का मौका मिल गया है. उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस का एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल आगामी 4 दिसंबर को आपदाग्रस्त धराली क्षेत्र का दौरा करने जा रहा है. कांग्रेस का कहना है कि उत्तराखंड सरकार में आपदा प्रबंधन से जुड़ी जिम्मेदारी संभाल रहे दायित्वधारी रिटायर्ड कर्नल अजय कोठियाल के हालिया बयान ने सरकार की कार्यशैली पर गंभीर प्रश्न चिन्ह लगा दिए हैं.पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने बताया कि कर्नल कोठियाल के बयान ने स्पष्ट किया है कि सरकार द्वारा पेश किए गए आंकड़े अधूरे और भ्रामक हैं. धराली में राहत और पुनर्वास कार्यों में भारी लापरवाही ही बरती गई है. इसलिए यह निर्णय लिया गया है कि उत्तराखंड कांग्रेस का एक उच्च स्तरीय डेलिगेशन गुरुवार को उत्तरकाशी के धराली आपदाग्रस्त क्षेत्र का स्थलीय निरीक्षण करेगा.
कर्नल कोठियाल के वायरल वीडियो से एक बार फिर राजनीति में नया बखेड़ा खड़ा हो गया है.कर्नल कोठियाल की इस बात पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने सवाल खड़े किए है उन्होंने कहा कि उत्तरकाशी के धराली में आई आपदा को करीब चार महीने होने को हैं और आज चार महीने के बाद सरकार के रहात की पोल कर्नल कोठियाल ने बहुत बखुबी से खोल दी है कर्नल साहब को इस छेत्र का अच्छा अनुवाव है उनकी ये बात कहना कि वहाँ पर अभी भी करीब 150 के करीब लाशें दफन है और लाशों के ऊपर ही मलबा डालकर रोड को खोल दिया गया जबकि उनको निकालने की कोशिश नहीं की गई.आपको बता दे अजय कोठियाल के फेसबुक पर एक वीडियो पोस्ट किया गया है. ये वीडियो एक बैठक का है. वीडियो में अजय कोठियाल कह रहे हैं कि धराली में आज भी 147 डेड बॉडी मलबे के नीचे दबी हुई हैं. ऐसा नहीं है कि उन डेड बॉडी को निकाला नहीं जा सकता है. उत्तरकाशी जिले के धराली में हुई बदहाल हालत हमारी नकारात्मक सोच का उदाहरण है. चार महीने बाद भी वहां से हालात खराब हैं. देहरादून में UCOST द्वारा आयोजित डिजास्टर मैनेजमेंट पर चर्चा के दौरान कोठियाल ये बातें कह रहे हैं. इस वीडियो में अजय कोठियाल धराली आपदा पर अधिकारियों से बात कर रहे हैं.पहले आप भी सुनिए इस वायरल वीडियो को। …….
कर्नल कोठियाल के इस वायरल वीडियो पर भाजपा विधायक और प्रदेश प्रवक्ता विनोद चमोली ने जानकारी देते हुए कहा कि कांग्रेस एक विपक्षी दल है उसे मौका भी मिला है तो जाहिर सी बात है वह सरकार को इस मुद्दे पर गिरेगी यह उसका राजनीतिक धर्म भी है लेकिन कर्नल कोठियाल को इतना जरूर ध्यान रखना चाहिए था कि उनकी इस बात को उन्हें कहां पर रखना है ऐसे में एक और जहां कर्नल कोठियाल के बयान ने सरकार को आशाए कर दिया है. वहीं दूसरी ओर कांग्रेस को बैठे बिठाये एक बड़ा राजनीतिक मुद्दा भी दे दिया है. वही विपक्षी दल धराली में आई आपदा और अब तक हुए कामों को लेकर सरकार के आमने सामने हो गए है.जिससे प्रदेश की राजनीति एक बार जरूर गरमा गई है.
आपको बता दे दरसल रिटायर्ड कर्नल अजय कोठियाल का ये बयान क्यों आया, दरअसल धराली आपदा के बाद उत्तराखंड सीएम धामी ने पूरी गंगोत्री घाटी में पुनर्स्थापना की जिम्मेदारी रिटायर्ड कर्नल अजय कोठियाल को सौंपी है. धराली में आई भीषण प्राकृतिक आपदा के बाद जहां एक तरफ पूरी हर्षिल घाटी और गंगोत्री तक जनजीवन पूरी तरह से पटरी से उतर चुकी थी. पूरी घाटी में जनजीवन को वापस पटरी पर लाने के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पुनर्स्थापना की बड़ी जिम्मेदारी भाजपा नेता कर्नल अजय कोठियाल को दी. ये जिम्मेदारी मिलने पर रिटायर्ड कर्नल अजय कोठियाल ने तब कहा था कि इस तरह की भीषण आपदा के बाद हमें एक नई शुरुआत करने के लिए सबसे पहले अपनी प्राथमिकताएं सुनिश्चित करनी होती हैं. अभी पहली प्राथमिकता धराली में आई आपदा की चपेट में आए लोगों की खोजबीन है. 4 महीने बाद भी वही खोजबीन नहीं होने पर उनके सब्र का बांध टूट पड़ा.कुल मिला कर रिटायर्ड कर्नल अजय कोठियाल के बयान पर प्रदेश में राजनीति जरूर गरमा गई है.विपक्ष को मुद्दा मिल गया है.और धामी सरकार को एक और नई टेंशन।