उत्तराखंड डेस्क रिपोर्ट, बिहार में कांग्रेस द्वारा वोट मेरा अधिकार यात्रा के दौरान एक मंच से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी माँ के खिलाफ अभद्र टिप्पणी का वीडियो वायरल होने के बाद देशभर में विरोध जताया जा रहा है. इसी को लेकर उत्तराखंड की राजनीति भी गरमा गई है। उत्तराखंड में भी आरोप- प्रत्यारोप का दौर चल रहा है। ने आरोप लगाया कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इस प्रकार की भाषा का मंच प्रदान किया। वहीं कांग्रेस ने इसको राजनीति से भटकाने की कोशिश बताया। दोनों पक्ष एक-दूसरे पर जमकर निशाना साध रहे है। वही उत्तराखंड महिला कांग्रेस ने पलटवार करते हुए महिलाओं के लिए देहरादून को देश के टॉप 10 असुरक्षित शहरों में शामिल को लेकर सरकार की विफलताओं के खिलाफ बीजेपी मुख्यालय का घेराव किया।
कांग्रेस के मंच से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की स्वर्गीय माँ के बारे में अभद्र भाषा को लेकर बिहार की राजधानी पटना से लेकर उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में बीजेपी कार्यकर्ताओं ने रोड शो, कैंडल मार्च, और प्रदर्शन कर विरोध जता रहे है। बीते दिन बीजेपी ने कांग्रेस मुख्यालय का घेराव कर विरोध जताया. बीजेपी ने कहा कि ऐसी भाषा अस्वीकार्य है. जिसको लेकर कांग्रेस को देश से माफी मांगनी चाहिए। वही कांग्रेस ने पलटवार कर कहा कि बीजेपी इस विवाद को उठाकर वास्तविक मुद्दों को दबाना चाह रही है। यात्रा अभियान के पीछे कांग्रेस का कहना है कि बिहार में मतदाताओं के वोट चोरी जैसे मुख्य मुद्दे हैं। बीजेपी ने इसे नारी शक्ति का अपमान बताया और कहा कि यह भाषा स्वीकार्य नहीं हो सकती। बिहार से लेकर उत्तराखंड तक इस मामले ने सीधी राजनीतिक धार बना ली है। उत्तराखंड की राजधानी में भी यह मुद्दा गरमा रहा है। जहाँ बीजेपी जन भावनाओं को लेकर प्रदर्शन कर रही है. जबकि कांग्रेस नेताओं ने झूठे आरोपों के खिलाफ पलटवार की रणनीति बना ली है।
वही प्रदेश महिला कांग्रेस ने बीजेपी पर पलटवार करते हुए कहा. देवभूमि उत्तराखंड में बढ़ते महिला अपराध आज पूरे समाज के लिए गहरी चिंता का विषय हैं। हाल ही में आई “नारी रिपोर्ट” ने देहरादून को देश के टॉप 10 असुरक्षित शहरों में शामिल किया है। इस गंभीर स्थिति के विरोध में उत्तराखंड महिला कांग्रेस ने सरकार की विफलताओं के खिलाफ बीजेपी मुख्यालय का घेराव किया। जिसको लेकर भारी पुलिस बल देखने को मिला। पुलिस के साथ हुई झड़प के बाद बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ताओ की गिरफ़्तारी भी की गई
साथ ही देहरादून के एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि पुलिस महिलाओं की सुरक्षा को लेकर लगातार कदम उठा रही है। उन्होंने बताया कि व्यस्त बाजारों और सार्वजनिक स्थलों पर महिला पुलिसकर्मियों के साथ चेकपोस्ट बनाए गए हैं। महिला गश्ती दल भी तैनात किए गए हैं। इसके अलावा शहर में बाहर से आने वाले लोगों का सत्यापन अभियान चलाया जा रहा है। महिलाओं की शिकायत पर त्वरित और उचित कार्रवाई सुनिश्चित की जा रही है। एसएसपी अजय सिंह ने प्रेसवार्ता कर साफ किया कि यह रिपोर्ट पूरी तरह भ्रामक है और तथ्यों पर आधारित नहीं है। उन्होंने कहा कि देहरादून में महिला सुरक्षा के लिये गौरा शक्ति एप, डायल 112, पिंक बूथ, CCTV नेटवर्क और महिला हेल्प डेस्क जैसी व्यवस्थाएं लगातार काम कर रही हैं। अगस्त माह के आंकड़ों के अनुसार महिलाओं से जुड़े गंभीर अपराध बेहद कम हैं. एसएसपी ने कहा कि देहरादून में बड़ी संख्या में छात्राएं और पर्यटक सुरक्षित माहौल में रहकर पढ़ाई और भ्रमण कर रहे हैं. जो शहर की सुरक्षा को साबित करता है।
अब राजधानी देहरादून में यह लड़ाई दोनों राष्ट्रीय पार्टियों की एक स्वाभिमान लड़ाई हो चुकी है. हाल ही में भाजपा के कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस कार्यालय का घेराव और अभद्र टिप्पणी को लेकर आंदोलन किया तो वही दोनों के बीच आशब्दो को लेकर भी भिड़ंत साफ तौर पर सड़क पर देखने पर मिली। कांग्रेस ने भी इसी स्ट्रेटजी का इस्तेमाल करते हुए आज भाजपा के मुख्यालय का घेराव करने की ठानी जिसमें भारी पुलिस बल भी तैनात किया गया. कहीं ना कहीं अब यह दोनों राष्ट्रीय पार्टी आम जनता के मुद्दे छोड़ सड़क पर लाठी डंडों के साथ उत्तर पड़ी है अब ऐसी स्थिति में जनता और आपदा के समय मुद्दों पर बात न करते हुए अपनी ही लड़ाई में व्यस्त होने से जनता को ही नुकसान झेलना पड़ेगा। यह भी देखना होगा क्या दोनों पार्टियों के शीर्ष राष्ट्रीय नेता इस बढ़ते घमासान को रोकने में कामयाब होंगे या फिर यह राजनीति कुछ और ही रंग आने वाले समय में दिखाएगी।