KNEWS DESK… गहलोत सरकार में मंत्री रहे राजेंद्र सिंह गुढ़ा ने दावा किया है कि उनके पास एक डायरी है जो अशोक गहलोत के सारे कारनामे का भेद खोल देगी. इस डायरी का जिक्र गुढ़ा दो महीने पहले ही कर चुके हैं और अब एक बार फिर उस डायरी का जिक्र करते हुए राजेंद्र ने कहा कि वह आज यानी 24 जुलाई को राजस्थान विधानसभा में इस डायरी के राज खोलेंगे. लेकिन इससे पहले ही हंगामा हो गया, और उन्होंने विधानसभा से सस्पेंड भी कर दिया गया. इस डायरी को लेकर राजनीतिक गलियारों में काफी उत्सुकता है. हर कोई ये जानने को उत्सुक है कि इस डायरी में आखिर है क्या?
दरअसल आपको बता दें कि कांग्रेस के अधकितर नेता जानते हैं कि सीएम अशोक गहलोत के सबसे करीबी नेता धर्मेंद्र राठौड़ को डायरी लिखने की आदत है. वह पिछले कई वर्षों से नियमित रूप से डायरी लिख रहे हैं. बताया जाता है कि वह हर दिन की हलचल को अपनी डायरी में नोट करते हैं. दिन भर में आप किससे मिले? डायरी में उन्होंने किन विषयों पर बात की और भविष्य की प्लानिंग का भी जिक्र किया. नवंबर 2020 में धर्मेंद्र राठौड़ के ठिकानों पर इनकम टैक्स की छापेमारी हुई थी. उस दिन धर्मेंद्र राठौड़ के आवास पर 2 डायरियां थीं. एक डायरी आयकर अधिकारियों ने जब्त कर ली लेकिन दूसरी डायरी राजेंद्र गुढ़ा के हाथ लग गई. इस डायरी को लेकर सदन में बड़े खुलासे हो रहे हैं. राजेंद्र गुढ़ा का दावा है कि उनके हाथ लगी डायरी में सियासी संकट के बड़े राज छिपे हैं. जुलाई 2020 में जब सचिन पायलट ने अपने फेवर्ड विधायकों के साथ बागी तेवर दिखाए थे. तब गहलोत सरकार संकट में थी. संकट के समय सरकार बचाने के लिए गहलोत ने क्या प्रयास किए? कहा जाता है कि इसका रहस्य इसी डायरी में लिखा हुआ है. संकट के दौरान धर्मेंद्र राठौड़ ही गहलोत के सारे काम पूरे करते थे. वह प्रबंधन के प्रभारी थे. धर्मेंद्र राठौड़ हर घटना को डायरी में लिखते थे. अब इसी को लेकर कहा जा रहा है कि हो सकता है कि उस डायरी में वो सारे राज होंगे जो सीएम अशोक गहलोत से जुड़े हो सकते हैं.
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2020 में सचिन पायलट ने दिखाए थे बगावती तेवर
जानकारी के लिए बता दें कि सचिन पायलट की बगावत के बाद अशोक गहलोत सरकार पर छाए सियासी से उबारने के लिए हर रणनीति पर काम कर रहे थे. सचिन पायलट और उनके समर्थक विधायक मानेसर के होटल में थे. यहां सीएम गहलोत ने अपने साथ के विधायकों की बाड़ाबंदी कर रखी थी. गहलोत और उनके साथी विधायकों को करीब 34 दिनों तक मानेसर के होटलों में रहना पड़ा. उन्हीं दिनों बीजेपी ने कुछ विधायकों की बाड़ेबंदी भी शुरू हो गई थी. जयपुर एयरपोर्ट पर 2 हेलीकॉप्टर पहुंचे थे जिनके जरिए कुछ विधायकों को साउथ स्टेट में भेजा जाना था. ये हेलीकॉप्टर खाली रहे और कई विधायक एयरपोर्ट नहीं पहुंचे. उन दिनों चर्चा थी कि वसुंधरा राजे गहलोत सरकार को गिराने के पक्ष में नहीं हैं. इस वजह से हेलीकॉप्टरों को खाली लौटना पड़ा. राजेंद्र गुढ़ा का आरोप है कि अशोक गहलोत ने करोड़ों रुपये देकर बीजेपी विधायकों को खरीदा है. लेन-देन के साक्ष्य डायरी में हैं.
गहलोत उन्हें कई बार फोन कर पूछ रहे हैं डायरी जली या नहीं-राजेंद्र गुढ़ा
राजेंद्र गुढ़ा का कहना है कि जब उन्होंने धर्मेंद्र राठौड़ के घर से डायरी लाने का काम पूरा कर लिया था. तब सीएम गहलोत ने तारीफ करते हुए बधाई दी थी. इसके बाद गहलोत ने इस डायरी को जलाने के लिए कहा. गुढ़ा का कहना है कि मुख्यमंत्री गहलोत उन्हें कई बार फोन कर पूछ रहे हैं कि डायरी जली या नहीं. गुढ़ा के इस दावे के बाद इस रहस्यमयी डायरी को लेकर बेताबी और बढ़ गई है. हर कोई इस बात से वाकिफ होना चाहता है कि आखिर इस डायरी में ऐसा क्या छिपा है, जिसकी वजह से गहलोत इस डायरी को जलाना चाहते हैं.
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