रिपोर्ट- अनिल शर्मा
राजस्थान – जयपुर विकास आयुक्त मंजू राजपाल ने जवाहर सर्किल एवं बी-2 बाईपास पर यातायात सुधारीकरण और सौंदर्यीकरण हेतु निर्माणाधीन प्रोजेक्ट्स का संबंधित अधिकारियों के साथ दौरा किया, साथ ही जेडीसी ने ट्रैफिक में आ रही समस्याओं को दूर करते हुए प्रोजेक्ट का कार्य समय सीमा में पूर्ण करने के निर्देश भी दिये।
प्रोजेक्ट का कार्य समय सीमा में पूर्ण करने के दिये निर्देश
खबर जयपुर से है जहां जेडीसी के दौरे के दौरान निदेशक अभियांत्रिकी प्रथम अशोक चौधरी, आर्किटेक्ट एवं सलाहकार अनूप भरतरिया एवं जेडीए के वरिष्ठ एवं प्रोजेक्ट्स से संबंधित अधिकारी उपस्थित थे। जयपुर विकास आयुक्त मंजू राजपाल ने निदेशक अभियांत्रिकी प्रथम एवं निर्माणकर्ता एजेंसियों से प्रोजेक्ट्स को पूरा करने में आ रही कठिनाईयों से अवगत हुई एवं अधिकारियों को ट्रैफिक में सुधार करने एवं कार्य तीव्रगति से करने हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश दिये, साथ ही जेडीसी ने ट्रैफिक में आ रही समस्याओं को दूर करते हुए प्रोजेक्ट का कार्य समय सीमा में पूर्ण करने के निर्देश दिये।
सौन्दर्यीकरण के साथ विधुतीकरण के कार्य भी प्रस्तावित
उल्लेखनीय है कि जवाहर सर्किल, जयपुर पर प्रतिदिन लगभग 2.00 लाख के मध्य वाहनों का अवागमन रहता है। कार्य में पदयात्रियों एवं साईकिल सवार हेतु 03 सब-वे (प्रत्येक सब-वे में 10 दुकान का निर्माण) एवं एयरपोर्ट रोड के सामने मॉन्यूमेन्ट का निर्माण किया जाना प्रस्तावित है| इसके अतिरिक्त जवाहर सर्किल की बाहरी परिधि पर साईकिल ट्रैक,पार्किंग एवं सौन्दर्यीकरण के साथ विधुतीकरण के कार्य भी प्रस्तावित है। इस कार्य की अनुमानित लागत राशि रू. 44.19 करोड़ है।
जंक्शन पर व्यस्ततम समय में ट्रैफिक जाम की बहुत बड़ी समस्या
साथ ही बी-2 बाईपास जंक्शन टोंक रोड पर एक प्रमुख जंक्शन है जो कि दुर्गापुरा को सांगानेर,प्रतापनगर एवं सीतापुरा औधोगिक क्षेत्र से जोड़ता है। इसके अतिरिक्त यहाँ जंक्शन होटल, वैवाहिक स्थल,व्यावसायिक क्षेत्र, हॉस्पिटल एवं हवाई अड्डे आदि स्थित है। वर्तमान में इस जंक्शन पर व्यस्ततम समय में ट्रैफिक जाम की बहुत बड़ी समस्या रहती है| जिससे समय के साथ-साथ ईंधन की भी बर्बादी होती है। कार्य में जवाहर सर्किल से मानसरोवर की तरफ अण्डरपास एवं टोंक रोड पर बजरी मंडी एवं रामदास अग्रवाल तिराहे पर क्लोवर लीफ के निर्माण के साथ सब-वे,विधुतीकरण एवं सौन्दर्यीकरण का कार्य प्रस्तावित है। इस कार्य की अनुमानित लागत राशि रू. 155.06 करोड़ है।