राजस्थान : सीएम गहलोत ने पांच गारंटियों का किया ऐलान , ईडी पर भड़के

KNEWSDESK- जैसे – जैसे राजस्थान में चुनाव की तारीख नजदीक आ रही है ,पार्टियां जनता को लुभाने में जुटी हुई हैं। दोनों ही तरफ से योजनाओं का ऐलान किया जा रहा है  इसी कड़ी में  सीएम गहलोत ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में पांच गारंटी की घोषणा की है। इसमें प्राकृतिक योजना , गौधन योजना , फ्री लैपटॉप टेबलेट योजना , अंग्रेजी मीडियम शिक्षा और ओपीएस शामिल हैं। दो दिन पहले ही झुंझुनूं में दो गारंटियों का ऐलान किया जा चुका है। इसके बाद उन्होंने ईडी पर निशाना साधा। ईडी की तुलना कुत्तों से की। उन्होंने पांच गारंटियों का ऐलान करते हुए कहा कि एक करोड़ महिलाओं को भी फ्री में स्मार्ट फोन दिए जाएंगे। राजस्थान में छत्तीसगढ़ की तर्ज पर हम भी गोबर खरीद करेंगे।  आपको बता दें कि कांग्रेस का ये कहना हैं कि अगर वह सत्ता में दोबारा आई तो इन गारंटियों का लाभ जनता को मिलेगा।

आपको बता दें कि  कांग्रेस ने उच्च शिक्षा के लिए स्टूडेंट को फ्री लैपटॉप और टैबलेट देने की गारंटी दी है। कांग्रेस के दावे के अनुसार, छात्र अगर कॉलेज में एडमिशन लेता है तो पहले साल उसे लैपटॉप और टैबलेट मुफ्त मिलेगा। प्राकृतिक आपदा के लिए कांग्रेस ने ऐलान किया है कि अगर किसी पर प्राकृतिक आपदा आती है तो परिवार के लिए 15 लाख रुपए तक का मुफ्त बीमा किया जाएगा।  जहां तक गौधन गारंटी की बात है तो  हर पशुपालक से 2 रुपए किलो में गोबर खरीदने का दावा किया है। कांग्रेस की चौथी गारंटी की बात करे तो अंग्रेजी माध्यम से शिक्षा की गारंटी दी गई है। इसमें कांग्रेस ने 3 000 सरकारी अंग्रेजी मीडियम स्कूल का वादा किया है। ओपीएस गारंटी की बात करें तो राजस्थान में कांग्रेस ओल्ड पेंशन स्कीम लागू कर चुकी है। अब इसे एक्ट बनाने की गारंटी दी गई है।

चुनाव खत्म होते ही एक करोड़ लोगों को स्मार्ट फोन

सीएम अशोक गहलोत ने  कहा कि राजस्थान में चुनाव खत्म होते ही एक करोड़ लोगों को स्मार्ट फोन बांटे जाएंगे । इतना ही नहीं , एक करोड़ महिलाओं को भी फ्री में स्मार्ट फोन दिए जाएंगे । राजस्थान में छत्तीसगढ़ की तर्ज पर हम भी गोबर की खरीद करेंगे। ये गोबर 2 रुपये प्रति किलों में खरीदा जाएगा । इसके अलावा परिवार की महिला मुखिया को 10 , 000 की सम्मान राशि भी दी जाएगी।

ईडी पर उठाए सवाल

मुख्यमंत्री ने ईडी की कुत्तों से तुलना करते हुए कहा कि  कुत्तों से ज्यादा ईडी घूम रही है. एक मुख्यमंत्री को ऐसा कहना पड़  रहा है, यह कितनी शर्म की बात है। प्रधानमंत्री पार्लियामेंट में कहते हैं कि किसानों का कर्जा माफ करने की हमारी नीति नहीं हैं । उनकी आदत बिगड़ जाएगी ।

 

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