Knews Desk, डेराबस्सी के विधायक कुलजीत सिंह रंधावा ने कहा कि ‘सरकार तुहाड़े द्वार’ के तहत लगाए जा रहे सुविधा कैंप उन लोगों के लिए लाभदायक साबित हो रहे हैं जो किसी न किसी कारण से सरकारी दफ्तरों में नहीं जा पाते। लालड़ू नगर कौंसिल में आयोजित कैंप का दौरा करते हुए विधायक ने कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान द्वारा रखे गए इस विचार का उद्देश्य लोगों को उनके घर-द्वार पर विभिन्न सेवाओं की सुचारू और निर्बाध डिलीवरी करना है। उन्होंने कहा कि राजस्व, स्वास्थ्य, नगर कौंसिल, सामाजिक सुरक्षा, पावरकॉम, जल आपूर्ति और स्वच्छता, मृदा और जल संरक्षण, आधार कार्ड सुधार, उद्योग विभाग द्वारा प्रायोजित ऋण योजनाएं, मत्स्य पालन, कृषि और कई अन्य जैसे सार्वजनिक सुविधा से संबंधित लगभग 18 विभाग इस कैंप में शामिल हैं। उन्होंने कहा कि उपायुक्त और एसडीएम सहित सभी अधिकारी आम जनता की समस्याओं के समाधान के लिए इन शिविरों में व्यक्तिगत रूप से आ रहे हैं। उन्होंने लोगों से बातचीत की और मौके पर ही उनकी समस्याओं का समाधान किया।
उपायुक्त श्रीमती आशिका जैन ने शिविर की समीक्षा करते हुए शिविर में आए निवासियों के साथ 2 घंटे बिताकर उनकी बातें ध्यानपूर्वक सुनीं। उपायुक्त ने विभागों द्वारा स्थापित प्रत्येक डेस्क का दौरा करते हुए उन्हें निर्देश दिए कि वे उनके पास आने वाले लोगों की हर समस्या को नोट करें तथा उन्हें सरकार द्वारा उपलब्ध कराई जा रही कल्याणकारी योजनाओं से अवगत कराएं। उन्होंने कुछ विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों की अनुपस्थिति का गंभीर नोटिस लिया और सभी अधिकारियों को भविष्य में शिविर में व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि शिविर पंजाब सरकार के प्रमुख कार्यक्रमों में से एक हैं, इसलिए इस महत्वपूर्ण कर्तव्य के प्रति किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
डिप्टी कमिश्नर ने उपस्थित लोगों की समस्याएं सुनते हुए संबंधित विभागों को निर्देश दिए कि वे तय समय में कार्रवाई रिपोर्ट दें, ताकि लोगों को अपने काम करवाने के लिए जिला प्रशासनिक कांप्लेक्स में न आना पड़े। उपायुक्त ने लोगों से टोल-फ्री नंबर 1076 पर डायल करके 43 सरकारी सेवाएं प्राप्त करने की अपील भी की। सरकारी प्रतिनिधि निश्चित समय पर उनके घर आकर उन्हें वांछित नागरिक सेवा प्रदान करेंगे। उन्होंने लालरू नगर परिषद के परिसर में एक पौधा भी लगाया और लोगों से मानसून सीजन के दौरान जिले में लगभग 11 लाख पेड़ लगाने के लिए जिला प्रशासन को अपना सहयोग देने का आग्रह किया। वहां एसडीएम हिमांशु गुप्ता, नायब तहसीलदार हरिंदरजीत सिंह और ईओ गुरबख्शीश सिंह भी मौजूद थे।