पंजाब- मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार के दिशानिर्देशों का पालन करते हुए जिला प्रशासन संगरूर गांवों के सर्वांगीण विकास को सुनिश्चित करने के लिए पंचायतों की आय के संसाधनों को बढ़ाने के लिए लगातार सकारात्मक प्रयास कर रहा है। धूरी के निकट पुन्नावल गांव के तालाब का दौरा करते समय इस संबंध में अधिक जानकारी देते हुए डिप्टी कमिश्नर संगरूर जितेंद्र जोरवाल ने बताया कि गंदे पानी का स्रोत बने गांव के तालाबों का जीर्णोद्धार कर उन्हें मनरेगा योजना के तहत मछली पालन के लिए उपयुक्त बनाया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि जीर्णोद्धार के बाद इन तालाबों को मत्स्य विभाग के सहयोग से पट्टे पर दिया जा रहा है। डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि पिछले एक साल के दौरान ही संगरूर जिले के 49 तालाबों का जीर्णोद्धार किया गया है और इससे संबंधित गांवों की पंचायतों की आय में 200 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी हुई है। उन्होंने कहा कि मछली पालन एक बहुत ही लाभदायक सहायक व्यवसाय है और गाँव के तालाबों को मछली पालन के लिए उपयुक्त बनाया जा रहा है और उन्हें खुली बोली प्रणाली के माध्यम से पट्टे पर दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि तालाबों को मछली पालन के लिए उपयुक्त बनाने के लिए सबसे पहले तालाबों के गंदे पानी को बाहर निकाला जाएगा और उसके बाद इनकी डी-सिल्टिंग की जाएगी, ताकि तटबंधों को मजबूत करने के साथ-साथ गहराई बढ़ाई जा सके।
डीसी जितेंद्र जोरवाल ने कहा कि इन तालाबों को मछली पालन के लिए उपयुक्त बनाने से जहां पंचायतों का राजस्व बढ़ेगा, वहीं गांव के लोगों को प्रदूषण और बीमारियों का कारण बनने वाले गंदे पानी से भी राहत मिलेगी। उन्होंने कहा कि मछली पालन के लिए ठेके देने के बाद जिला प्रशासन द्वारा इन तालाबों की सूरत सुधारने के भी प्रयास किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि वे तालाबों के किनारे फूल और पौधे लगाकर एक पैदल पथ तैयार करने की योजना बना रहे हैं ताकि ग्रामीणों को भी स्वस्थ जीवन शैली के बारे में प्रोत्साहित किया जा सके। इस अवसर पर अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर (विकास) वरजीत वालिया, सहायक डायरेक्टर मछली पालन राकेश कुमार और पंचायतों के प्रतिनिधि व ग्रामीण भी उपस्थित थे।
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