डिजिटल डेस्क- पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने केंद्र सरकार से करतारपुर साहिब कॉरिडोर को तुरंत खोलने की मांग की है। उन्होंने कहा कि केंद्र का इस मुद्दे पर दोहरा रवैया लोगों की धार्मिक भावनाओं के साथ खिलवाड़ के समान है। भगवंत मान का कहना है कि कॉरिडोर के दोबारा खुलने से न केवल श्रद्धालुओं को सुविधा मिलेगी, बल्कि पंजाब की अर्थव्यवस्था को भी गति मिलेगी। करतारपुर साहिब कॉरिडोर सिख श्रद्धालुओं के लिए पाकिस्तान स्थित गुरुद्वारा करतारपुर साहिब तक पहुंचने का मार्ग है। इसे नवंबर 2019 में शुरू किया गया था, लेकिन पहलगाम आतंकी हमले के बाद मई में सुरक्षा कारणों से इसे बंद कर दिया गया। अब मुख्यमंत्री भगवंत मान ने केंद्र से इसे फिर से शुरू करने की मांग की है।
पाकिस्तान के साथ मैच खेलने में कोई दिक्क्त नहीं तो श्रद्धालुओं के लिए दरवाजे क्यों हैं बंद
भगवंत मान ने कहा, “अगर केंद्र सरकार को कोई पत्र लिखे तभी वे कॉरिडोर खोलते हैं तो इसका क्या मतलब? उन्हें खुद पहल करनी चाहिए थी। करतारपुर साहिब में दर्शन करने का कार्यक्रम केवल चार-पांच घंटे का होता है, इसके बाद श्रद्धालु वापस लौट जाते हैं। इसमें कोई सुरक्षा खतरा नहीं है। जब पाकिस्तान के साथ क्रिकेट मैच खेल सकते हैं, तो श्रद्धालुओं के लिए दरवाजे क्यों बंद हैं?” मुख्यमंत्री ने केंद्र पर दोहरे मापदंड अपनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि गुजरात के रास्ते पाकिस्तान के साथ व्यापार जारी है, लेकिन पंजाब के रास्ते इसे रोका गया है। उन्होंने कहा कि अगर दोनों देशों के बीच व्यापार फिर से शुरू होता है तो लाखों लोगों को रोजगार मिलेगा और राज्य की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी।
करतारपुर साहिब मत्था टेकने पहुंचे थे सीएम भगवंत मान
उन्होंने आगे कहा, “पंजाब सीमावर्ती राज्य है। यहां के लोग मेहनती हैं और सीमापार व्यापार के जरिए उन्हें रोजगार के अवसर मिल सकते हैं। अगर केंद्र सरकार सच में विकास चाहती है, तो उसे पंजाब के रास्ते व्यापार फिर से शुरू करना चाहिए।” भगवंत मान गुरु पर्व के अवसर पर करतारपुर साहिब मत्था टेकने पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि यह भूमि गुरुओं और शहीदों की धरती है, जहां से शांति और भाईचारे का संदेश मिलता है। मान ने अपने परिवार के साथ अरदास करते हुए पंजाब में अमन और तरक्की की कामना की।