Knews Desk, मुख्यमंत्री भगवंत मान ने शिरोमणि अकाली दल के वरिष्ठ नेता बिक्रम मजीठिया को घेर लिया है। सीएम मान ने मजीठिया से 5 दिसंबर तक अरबी घोड़ों पर जवाब देने को कहा है। उन्होंने कहा कि अगर मजीठिया ने जवाब नहीं दिया तो वह खुद मीडिया के सामने आएंगे और सब कुछ बताएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि बिक्रम मजीठिया के पास कोई उपलब्धि नहीं है, वह केवल सुखबीर बादल के उम्र के हैं।
चंडीगढ़ के नगर भवन में अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र वितरण के अवसर पर सीएम मान ने एक किस्सा सुनाते हुए कहा कि 1957 में जब भारत में मतदान हुआ था तो प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल अरब देशों में गया था। वहां के राजा ने प्रतिनिधिमंडल को अरबी नस्ल के घोड़े दिये ताकि भारतीय सेना उन्हें अपनी रक्षा सेना में शामिल कर सके। मान ने कहा कि प्रतिनिधिमंडल में उप रक्षा मंत्री सुरजीत सिंह मजीठिया भी शामिल थे, जो बिक्रम मजीठिया के दादा थे।
नियमानुसार वे घोड़े मेरठ पहुंच जाने चाहिए थे, लेकिन दो महीने बाद जब अरब के राजा ने बुलाकर पूछा कि घोड़े कहां हैं, तो भारत सरकार ने कहा कि वे दो घंटे के अंदर मेरठ से पता करके बताएंगे। दो घंटे बाद अरब के बादशाह को सूचना मिली कि घोड़े मेरठ नहीं पहुंचे हैं और किसी निजी काम से चले गए हैं। तब नेहरू ने मजीठिया को बुलाया और इस्तीफा देने को कहा। आज जब भी कोई पगड़ी वाला व्यक्ति मेरठ जाता है तो उसे ‘घोड़ा चोर’ कहा जाता है।