पंजाब- अपनी मांगों को लेकर दिल्ली प्रवास के लिए खनूरी बॉर्डर पहुंचे किसानों में से बठिंडा जिले के बल्हो गांव के युवक शुभकरण सिंह की मौत हो गई है। जिसके बाद पंजाब के सीएम मंत्री भगवंत मान ने इस घटना पर दुख जताया है, वहीं उन्होंने शुभकरण सिंह के परिवार को हर संभव मदद करने का आश्वासन भी दिया है।
सीएम मान ने कहा कि घटना की जांच की जाएगी और जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की और कहा कि वे उसे वापस नहीं ला सकते लेकिन वे उसके परिवार के साथ खड़े हैं। उन्होंने शुभकरण के परिवार को आश्वासन दिया कि इस घटना के लिए जिम्मेदार लोगों को कड़ी सजा दी जाएगी।
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि केंद्र की ओर से धमकियां मिल रही हैं कि पंजाब में राष्ट्रपति शासन लगा दिया जाएगा। इस बारे में बोलते हुए मान ने कहा कि ऐसे राज्य से वे 100 कुर्सियां कुर्बान कर दें लेकिन पंजाब के किसी भी युवा को ऐसे नहीं मरने देंगे। आगे बोलते हुए उन्होंने कहा कि इस घटना के बाद केंद्र सरकार के दिल में इस बात के लिए थोड़ी दया आएगी कि देश के किसान इस वक्त किस हालात से गुजर रहे हैं।
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि केंद्र सरकार के मंत्रियों और किसानों के बीच अब तक 4 बैठकें हो चुकी हैं, जिनमें से 3 बार वह खुद बैठक में शामिल हुए। उन्होंने कहा कि किसान केंद्र सरकार से अपनी मांगें मनवाने के लिए शांतिपूर्वक प्रदर्शन करने के लिए दिल्ली जा रहे हैं, जिन्हें हरियाणा सरकार ने शंभू बॉर्डर पर रोक दिया है। उन्होंने कहा कि किसान दिल्ली जाने के लिए हरियाणा से होकर ही गुजर रहे हैं, लेकिन पता नहीं हरियाणा सरकार किसानों को क्यों रोक रही है।
मृतक युवक शुभकरण सिंह की उम्र 21 साल बताई जा रही है और वह 3 बहनों का इकलौता भाई था। शुभकरण की मौत से गांव और पंजाब में गम और गुस्से का माहौल है।किसान आंदोलन की शुरुआत के बाद से यह पहली मौत है। जिसका जिम्मेदार हरियाणा सरकार और उसके पुलिस प्रशासन को बताया गया है। बताया जा रहा है कि मृतक किसान के सिर पर चोट का निशान है। जानकारी के मुताबिक शबकरण सिंह 3-4 दिन पहले किसान आंदोलन में शामिल होने के लिए खनुरी बॉर्डर पर गया था।
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