बठिंडा पुलिस ने नशे के शक में बीड़ तालाब बस्ती से कुछ संदिग्ध लोगों को किया गिरफ्तार

पंजाब- पंजाब सरकार द्वारा राज्य को नशा मुक्त बनाने के अभियान के तहत शीर्ष पुलिस अधिकारियों को दिए गए निर्देशों के अनुसार, वरिष्ठ पुलिस कप्तान हरमनबीर सिंह गिल के नेतृत्व में बठिंडा पुलिस ने कल मादक पदार्थों की तस्करी के लिए कुख्यात क्षेत्र में छापेमारी की। बीर तालाब में ‘कासो’ अभियान के तहत सर्च कार्यक्रम चलाया। यह बस्ती सफेदी और अन्य नशीली दवाओं के लिए कुख्यात है और इस क्षेत्र को घरेलू शराब का गढ़ भी माना जाता है। यह कार्यक्रम सुबह 6 बजे से शुरू होकर करीब 5 घंटे तक चला। जिसमें करीब 150 पुलिसकर्मी शामिल थे। इससे पहले पुलिस ने सर्च एरिया को पूरी तरह से सील कर दिया।

तलाशी अभियान के दौरान किसी को भी अंदर या बाहर जाने की इजाजत नहीं थी। आज के ऑपरेशन की निगरानी एसपी सिटी नरिंदर सिंह और डीएसपी ग्रामीण हिना गुप्ता ने की। इस छापेमारी के दौरान पुलिस टीमें संदिग्धों के घरों में गईं और ट्रक के बिस्तर, रसोई और अन्य विभिन्न स्थानों की गहन तलाशी ली। पुलिस ने घरों में पड़े गुड़ के डिब्बों की गहनता से तलाशी ली। कई घरों में संदेह होने पर आंगन की मिट्टी की भी जांच की गयी। पुलिस को संदिग्धों के घरों में मोटरसाइकिल टैंक, रेफ्रिजरेटर और सभी प्रकार के संदिग्ध निर्माण दिखाई दिए।

पुलिस की छापेमारी को लोगों ने बताया अच्छा कदम

इस दौरान लोगों से अपील की गई कि अगर आपके पास कोई संदिग्ध व्यक्ति या ड्रग्स बेचने वाला तस्कर है, तो उसकी जानकारी 91155-02252 पर दें। सूचना देने वाले का नाम व पता गोपनीय रखा जायेगा। हालांकि इस दौरान कोई भी बड़ा ड्रग तस्कर या ड्रग पैडलर पुलिस के हाथ नहीं लग सका। लेकिन पुलिस टीमों ने कुछ संदिग्धों को हिरासत में लिया है। जानकारी के मुताबिक, बीर तालाब बस्ती के कुछ लोगों ने बठिंडा के वरिष्ठ पुलिस कप्तान को इस इलाके के कई घरों में सफेद और देशी शराब बेचे जाने की सूचना दी थी।

लोगों ने बताया था कि नशे के तस्कर किस तरह नशे का अवैध कारोबार कर युवाओं को बर्बाद कर रहे हैं। सूत्रों का कहना है कि यही जानकारी आज की छापेमारी का आधार है। बठिंडा पुलिस द्वारा बीड़ तालाब बस्ती में नशे के गढ़ को तोड़ने के लिए की गई छापेमारी को लोगों ने अच्छा कदम बताया है। लोगों का कहना है कि अगर पुलिस ईमानदार हो और नशा तस्करों पर नकेल कसें तो बीड़ तालाब से नशे का खात्मा किया जा सकता है। एक युवक ने अपना नाम न बताते हुए कहा कि नशे की बिक्री और इस्तेमाल से बस्ती कभी अछूती नहीं रही है। उन्होंने कहा कि आज पुलिस ने जोर-शोर से छापेमारी की बात कही थी, लेकिन शायद पहले ही सूचना दे दी गयी, जिसके कारण नशा बेचनेवाले मौके से फरार हो गये।

एसपी सिटी नरिंदर सिंह ने बताया कि इस ऑपरेशन को चलाने से पहले संदिग्ध स्थानों की पहचान की गई थी। जिसके बाद आज का ऑपरेशन चलाया गया। उन्होंने बताया कि इसी तरह का ऑपरेशन सब-डिवीजन फूल में डीएसपी मोहित अग्रवाल की देखरेख में चलाया गया है। इस तलाशी अभियान के दौरान थाना मूर्ख कांड के भगोड़े के अलावा 32 संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया और 27 वाहनों को रोका गया। उन्होंने कहा कि इनके खिलाफ आगे की कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने कहा कि पुलिस का अभियान लगातार जारी रहेगा।

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