Knews Desk, पंजाब विधानसभा के स्पीकर कुलतार सिंह संधवां ने कहा कि केंद्रीय बजट में देश के 2 मुख्य आधार पंजाब और कृषि को पूरी तरह से नजरअंदाज किया गया है। देश भर में कृषि समर्थन और पुनरुद्धार की सबसे जरूरी जरूरतों की निराशाजनक मान्यता पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए, संधवां ने कहा कि निर्मला सीतारमण द्वारा पेश किया गया बजट महज एक रस्म है और दस्तावेज में इस मोर्चे पर कोई ठोस उपाय नहीं है।
वरिष्ठ नेता ने पूछा कि केंद्र सरकार ने अन्य राज्यों को वित्तीय पैकेज प्रदान करके पंजाब की जरूरतों और आकांक्षाओं को क्यों दरकिनार कर दिया है। संधवां ने कहा कि पंजाबियों ने देश के लिए अपना खून बहाया है और उनकी कुर्बानियां पूरे देश के लिए प्रेरणा हैं। उन्होंने कहा कि यह पंजाब ही था जिसने उस महत्वपूर्ण मोड़ पर देश को भोजन उपलब्ध कराने के लिए हरित क्रांति की शुरुआत करके देश को आगे बढ़ाया।
बजट को सबसे निराशाजनक बताते हुए संधवान ने कहा कि वित्त मंत्री ने पिछले 10 सालों में अभूतपूर्व मूल्य वृद्धि के बोझ को कम करने के लिए कोई वास्तविक उपाय नहीं किया है। मध्यम वर्ग भी निराश है और वेतनभोगी वर्ग के लिए वास्तविक अर्थों में कोई कर छूट नहीं है। उन्होंने कहा कि यह सरकार केवल कॉरपोरेट्स को लाभ पहुंचाने पर केंद्रित है, जबकि ईमानदारी से कर चुकाने वाले लोगों को कोई लाभ नहीं दिया गया है।