डिजिटल डेस्क- मध्य प्रदेश की राजनीति में एक दुर्लभ और चौंकाने वाला दृश्य उस वक्त देखने को मिला, जब बीजेपी के वरिष्ठ नेता और नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने विधानसभा में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के योगदान की खुलकर सराहना की। यह मौका था मध्य प्रदेश विधानसभा के 70 वर्ष पूरे होने पर 17 दिसंबर को बुलाए गए एक दिवसीय विशेष सत्र का, जिसमें राज्य के विकास और राजनीतिक यात्रा पर चर्चा की गई। विधानसभा में बोलते हुए कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि वर्ष 1993 से 2003 तक मुख्यमंत्री रहे दिग्विजय सिंह के कार्यकाल में मध्य प्रदेश के विकास के लिए कई अहम और दूरगामी निर्णय लिए गए। उन्होंने संजय गांधी थर्मल पावर प्लांट, बांध सागर परियोजना को गति देने और कोलार जल परियोजना में दिग्विजय सिंह की भूमिका को विशेष रूप से रेखांकित किया। विजयवर्गीय ने कहा कि इन योजनाओं का लाभ आज भी प्रदेश को मिल रहा है।
आईआईएम और आईआईटी दोनों संस्थान इंदौर में मौजूद- कैलाश विजयवर्गीय
सबसे अहम बात यह रही कि विजयवर्गीय ने इंदौर में आईआईएम और आईआईटी की स्थापना का श्रेय भी दिग्विजय सिंह को दिया। उन्होंने कहा कि तत्कालीन मुख्यमंत्री के विशेष प्रयासों के चलते पहले आईआईएम इंदौर की स्थापना हुई और बाद में आईआईटी भी आया। विजयवर्गीय ने यह भी कहा कि इंदौर देश का पहला ऐसा शहर है, जहां आईआईएम और आईआईटी दोनों संस्थान मौजूद हैं और इसमें अर्जुन सिंह, दिग्विजय सिंह तथा उस दौर के नेतृत्व का बड़ा योगदान रहा है। यह बयान इसलिए भी खास माना जा रहा है, क्योंकि 2003 के बाद से बीजेपी लगातार दिग्विजय सिंह के शासन को “बंटाधार” कहकर आलोचना करती रही है। चुनावी मंचों से उनके दस साल के कार्यकाल को विकास विरोधी बताया जाता रहा है। ऐसे में पहली बार किसी बीजेपी के कद्दावर नेता द्वारा विधानसभा के रिकॉर्ड पर दिग्विजय सिंह की प्रशंसा ने सियासी हलकों में चर्चा तेज कर दी है।
साझा किया निजी प्रसंग
कैलाश विजयवर्गीय ने एक निजी प्रसंग साझा करते हुए दिग्विजय सिंह की मानवीय संवेदनाओं की भी तारीफ की। उन्होंने बताया कि जब उनके जबलपुर के बीजेपी कार्यकर्ता ओमकार तिवारी की तबीयत अचानक बिगड़ गई थी, तब मुख्यमंत्री रहते हुए दिग्विजय सिंह ने बिना राजनीतिक भेदभाव के तुरंत हेलीकॉप्टर की व्यवस्था कर उन्हें दिल्ली भिजवाया था। विजयवर्गीय ने कहा कि राजनीतिक सौजन्यता और इंसानियत का पाठ उन्होंने दिग्विजय सिंह से सीखा है। इस प्रशंसा पर दिग्विजय सिंह ने भी सोशल मीडिया के जरिए प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कैलाश विजयवर्गीय का धन्यवाद करते हुए लिखा कि आज के राजनीतिक प्रतिशोध के माहौल में ऐसी बात कहना साहस का काम है, जो केवल खुले विचारों वाला व्यक्ति ही कर सकता है। उन्होंने उम्मीद जताई कि काश दोनों पार्टियों में ऐसे और लोग होते।