राजस्थान: भारतीय जनता पार्टी की प्रत्याशी ज्योति मिर्धा का डीडवाना जिले में दौरा, चुनावी कार्यालय का किया शुभारंभ

रिपोर्ट – मोहम्मद साकिर

राजस्थान – डीडवाना नागौर से लोकसभा प्रत्याशी भारतीय जनता पार्टी की ज्योति मिर्धा ने आज डीडवाना जिले में अपना चुनावी प्रचार आरंभ कर दिया है|

पंडित दीनदयाल उपाध्याय की मूर्ति पर किया माल्यार्पण

आपको बता दें कि इस दौरान ज्योति मिर्धा डीडवाना पहुंची तो सर्वप्रथम अस्पताल चौराहे पर स्थित पंडित दीनदयाल उपाध्याय सर्किल पर पंडित दीनदयाल उपाध्याय की मूर्ति पर माल्यार्पण किया तपश्चात अपने चुनावी कार्यालय का शुभारंभ करते हुए अंबेडकर सर्किल पहुंचकर बाबा साहेब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की मूर्ति पर माल्यार्पण किया। लोकसभा प्रत्याशी ने अपना चुनावी प्रचार आरंभ कर दिया है इसी के तहत आज डीडवाना जिले में अपना चुनावी प्रचार आरंभ किया है, जिसमें विभिन्न गांव का दौरा करते हुए विभिन्न गांव में जनसंपर्क किया है और भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में मतदान करने की अपील की है।

संवैधानिक बयान के मामले को लेकर ज्योति मिर्धा ने रखी अपनी बात 

नागौर क्षेत्र में लगातार चल रही बयान बाजी को लेकर भी प्रत्याशी ने अपना बयान जारी किया है। जिसमें उन्होंने कहा कि जिस तरह राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के कल दौरे पर नागौर चुनावी समीकरण को लेकर और संवैधानिक बयान के मामले को लेकर ज्योति मिर्धा ने अपनी बात रखी है और स्थिति स्पष्ट की। मीडिया से रूबरू होते हुए कहा है कि उन्हें जनता का अपार समर्थन प्यार स्नेह मिल रहा है और विभिन्न समाज समर्थन दे रहे हैं और जिस तरह समर्थन का दौर जारी है इससे बहुत ही अच्छा संदेश मिल रहा है।

उम्मीदवार गजेंद्र सिंह राठौर पर किया पलटवार

इस दौरान मिर्धा ने इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार हनुमान बेनीवाल और बहुजन समाज पार्टी के उम्मीदवार गजेंद्र सिंह राठौर पर पलटवार किया और खुलकर जवाब दिया| मिर्धा ने कहा कि जो हमपर परिवारवाद का आरोप लगा रहे हैं, उनके पिता 3 बार विधायक रहे, वो खुद भी 4 बार विधायक रहे, सांसद रहे, उनका भाई विधायक रह चुके हैं | इसके बावजूद कोई उपलब्धि बताएं|

उन्होंने कहा कि जिस बयान को लेकर बवाल चल रहा है।उस बयान को अगर आप सुनेंगे तो आपको बिल्कुल समझ में आ जाएगा कि क्या बात कही जा रही है। लेकिन इसको एक अलग ही रूप दिया जा रहा है। जो कहा गया है और जो सुना जा रहा है, उसमें बहुत फर्क है। जनता खुद ही देख रही है। जनता बहुत समझदार है। हनुमान बेनीवाल खुद डरते हैं जिस तरह की बयान बाजी उन्होंने दलित भाइयों के लिए की है। जिस तरीके का व्यवहार उन्होंने चंद्रशेखर रावण के साथ में किया है और गठबंधन का धर्म हनुमान बेनीवाल नहीं निभा पाए थे जब तक वोटिंग होनी थी और ज्योति मिर्धा ने जमकर हनुमान बेनीवाल पर निशाना साधा है। आगे प्रत्याशी ने कहा कि आज वह देख रहे हैं कि किसी तरीके से उल्टा प्रचार करना शुरू करू।