शिव शंकर सविता- राहुल गांधी की आगामी जर्मनी यात्रा को लेकर सियासी घमासान तेज हो गया है। भाजपा द्वारा लगातार उठाए जा रहे सवालों पर बुधवार को कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने करारा जवाब दिया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपना “आधा कार्यकाल विदेश यात्राओं में बिताते हैं”, फिर विपक्ष के नेता के विदेश जाने पर सवाल उठाना राजनीतिक द्वेष के अलावा कुछ नहीं है। इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अनुसार, राहुल गांधी 15 से 20 दिसंबर तक जर्मनी दौरे पर रहेंगे। इस दौरान वे भारतीय समुदाय से बातचीत करेंगे और जर्मन मंत्रियों से मुलाकात करेंगे। विदेश में बसे भारतीयों के साथ संवाद और अंतरराष्ट्रीय साझेदारी पर चर्चा इस यात्रा का मुख्य एजेंडा बताया जा रहा है।
भाजपा प्रवक्ता ने राहुल की विदेश यात्रा पर किए थे सवाल
भाजपा ने राहुल की यात्रा पर तंज कसते हुए उन्हें “विपक्ष का नेता नहीं, पर्यटन का नेता” कहा। भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने सोशल मीडिया पर लिखा कि संसद का सत्र 19 दिसंबर तक जारी है, लेकिन राहुल गांधी पहले ही विदेश जा रहे हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि बिहार चुनाव और अन्य राष्ट्रीय मुद्दों के दौरान भी राहुल गांधी विदेश में थे या निजी कार्यक्रमों में व्यस्त दिखाई दिए। इन आरोपों पर प्रियंका गांधी ने तीखा प्रहार किया। उन्होंने कहा, “मोदी जी अपने काम का लगभग आधा समय विदेश यात्राओं में बिताते हैं। यह बात सब आंकड़ों में दर्ज है। फिर विपक्ष के नेता के विदेश जाने पर इतनी तकलीफ क्यों?” प्रियंका ने भाजपा पर ‘दोहरे मानदंड’ अपनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार को राजनीतिक नाटक करने के बजाय देश की समस्याओं पर ध्यान देना चाहिए।
भाजपा का मकसद ध्यान भटकाना है- प्रियंका गांधी
प्रियंका ने यह भी कहा कि राहुल गांधी की विदेशी यात्राओं को लगातार विवाद बनाना भाजपा की “ध्यान भटकाने की राजनीति” का हिस्सा है। उन्होंने याद दिलाया कि अंतरराष्ट्रीय मंचों पर संवाद और वैश्विक मसलों पर बातचीत किसी भी बड़े लोकतंत्र के नेता की जिम्मेदारी का हिस्सा है। इंडियन ओवरसीज कांग्रेस जर्मनी के अध्यक्ष बलविंदर सिंह ने बताया कि राहुल गांधी जर्मनी में विभिन्न सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक समूहों से संवाद करेंगे और उनके साथ सैम पित्रोदा भी मौजूद रहेंगे।