प्रमोद दीक्षित- बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के परिणाम आने के बाद विपक्षी दलों ने चुनाव प्रक्रिया और बीजेपी की रणनीतियों पर सवाल उठाने शुरू कर दिए हैं। इसी कड़ी में समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता शिवपाल सिंह ने एक कार्यक्रम के दौरान बड़ा बयान देते हुए बीजेपी पर पैसे, सरकारी संसाधनों और व्यवस्थागत खामियों का उपयोग कर चुनाव को प्रभावित करने का आरोप लगाया है। शिवपाल सिंह शनिवार को आयोजित मतदाता पुनरीक्षण कार्यशाला में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने दावा किया कि बीजेपी ने चुनाव जीतने के लिए अभूतपूर्व स्तर पर संसाधनों और सरकारी तंत्र का इस्तेमाल किया।
“बीजेपी नेता गली–गली तीन महीने घूमे, पैसे बांटे” – शिवपाल सिंह
शिवपाल सिंह ने कहा कि बीजेपी के कई नेताओं और मंत्रियों ने चुनाव से पहले तीन महीनों तक प्रदेश की गली–गली पैदल घूमकर वोटरों की सूची तैयार की। आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि इन लोगों ने सरकार के कोष से पैसा खर्च कर वोटरों को प्रभावित किया। उन्होंने आगे कहा कि बिहार से बाहर पढ़ने वाले छात्रों को भी बीजेपी नेताओं द्वारा 10-10 हजार रुपये, किराया–भाड़ा और वंदे भारत ट्रेन की टिकट तक दी गई। शिवपाल ने कहा कि छात्रों को कसम दिलाई गई कि वे केवल बीजेपी को वोट ही डालेंगे। शिवपाल सिंह ने चुनाव प्रक्रिया और सरकारी मशीनरी पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि संविधान बनते समय शपथ ईमानदारी की थी, अन्याय न करने की थी, लेकिन आज उस भरोसे का क्षरण हो रहा है। अब बीजेपी की बात का कोई भरोसा नहीं करेगा। चुनाव जीतने के लिए खरीद–फरोख्त की जा रही है, पैसा बहाया जा रहा है और चुनाव आयोग तमाशा देख रहा है।
अधिकारियों पर लगाए बड़े आरोप
सिर्फ राजनीतिक आरोप ही नहीं, शिवपाल ने प्रशासनिक स्तर की अनियमितताओं का भी मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि S.I.R. (Special Investigation Report) में लगातार शिकायतें मिल रही हैं कि अधिकारी डिक्लेरेशन फॉर्म नहीं दे रहे हैं और कई जगह तो बीएलओ (BLO) तक नियुक्त नहीं किए गए। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि उन्हें खुद सक्रिय होकर इन खामियों को सुधारना होगा, क्योंकि लोकतंत्र तभी मजबूत होगा जब मतदान प्रक्रिया पारदर्शी हो। मतदाता पुनरीक्षण कार्यशाला में समाजवादी पार्टी के नियुक्त पदाधिकारी और कार्यकर्ता बड़ी संख्या में पहुंचे। शिवपाल सिंह ने कहा कि पार्टी आगे इस मुद्दे को विस्तार से उठाएगी और जहां-जहां अनियमितताएं हुई हैं, वहां शिकायतें की जाएंगी।