बिहार की राजनीति ने एक अलग मोड़ ले लिया है क्योंकि मुख्यमंत्री और जनता दल के नेता नीतीश कुमार ने कहा है कि राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता और राज्य के तेजस्वी यादव 2025 में महागठबंधन का नेतृत्व करेंगे। ये बातें विधायक दल की बैठक में सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि ‘न तो मुझे प्रधानमंत्री बनना है और न ही मैं मुख्यमंत्री बनना चाहता हूं’। हमारा एकमात्र लक्ष्य भाजपा (BJP) को हराना है। कहीं न कहीं उन्होंने यह साफ कर दिया है कि 2025 में महागठबंधन के नेता तेजस्वी यादव ही होंगे। बिहार में गठबंधन की सरकार है । हालांकि विपक्ष की सरकारें पलटने में भाजपा को महारथ हासिल है। बावजूद इसके बिहार में बीजेपी हार गई। 9 साल में ऐसा दूसरी बार हुआ है, जब बिहार में भाजपा अपनी ही गठबंधन सरकार नहीं बचा पाई। इससे पहले 16 जून, 2013 को नीतीश कुमार ने भाजपा से नाता तोड़ा था और महागठबंधन के साथ मिलकर सरकार बनाई थी। अब ऐसे में एक बार फिर सीएम नीतीश ने विधानसभा चुनाव 2024 में बीजेपी को हराने का प्रण लिया है। अब नीतीश अपना पूरा मोह बिहार की राजनीति से भंग कर क्रेंद की राजनीति तरफ मोड़ चुकें हैं। हालांकि समय-समय पर सीएम नीतीश से अन्य पार्टियों के बड़े नेता मुलाकात करते रहते हैं। नीतीश ने अब सरेआम अपने राजनीति के पत्ते खोल दिए हैं। और तेजस्वी को पार्टी की कमान सौंप खुद को क्रेंद की राजनीति के तरफ मोड़ लिया है।
बता दें कि सीएम नीतीश की राजनीतिक छवि अभी तक साफ सुथरी रही है। उन्होंने बिहार के विकास के लिए बहुत कार्य किए हैं। नीतीश कुमार की तुलना पीएम मोदी से की जाती है। पीएम मोदी ने 2014 के लोकसभा चुनाव में कैंपेन की शुरुआत खुद को चाय बेचने वाले का बेटा के रूप में की थी। तो वहीं नीतीश कुमार को वैद्य जी के बेटे के रूप में । पीएम मोदी की ही तरह नीतीश कुमार भी ओबीसी समाज से आते हैं। पीएम मोदी जहां गुजरात के विकास मॉडल को दिखाकर 2014 के लोकसभा चुनाव में उतरे थे, वहीं नीतीश कुमार आर्थिक रूप से कमजोर जैसे बिहार में सामाजिक समरसता के साथ विकास को गति देने के मॉडल को पेश कर सकते हैं। नीतीश 2014 के लोकसभा चुनाव में ही खुद बोले थे कि उनका राजनीतिक अनुभव पीएम मोदी से ज्यादा है।
सीएम नीतीश ने कहा- 2024 में भाजपा को हटाना है लक्ष्य
बता दें कि बिहार में गठबंधन की सरकार है ऐसे में उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव आने वाले समय में मुख्यमंत्री भी बन सकते हैं क्योंकि सीएम नीतीश उन्हें औपचारिक तौर पर बिहार की राजनीति की कमान को तेजस्वी के हाथों में सौंप देने की बात कही है। लेकिन सीएम बनने के लिए तेजस्वी को 2024 तक इंतजार करना पड़ेगा।सीएम नीतीश ने ठाना बीजेपी को हराना है। बता दें कि मंगलवार को विधानसभा के शीतकालीन सत्र के पहले दिन विधानमंडल दल की बैठक में नीतीश कुमार ने कहा कि “2024 में को हटाना है और 2025 में बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन के नेतृत्व के लिए तेजस्वी यादव को आगे करना है।” सीएम ने सीधे तौर पर तेजस्वी यादव को आने वाले समय के लिए कमान सौंप दी है। उन्होंने कहा कि वह जो करेंगे अच्छा करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि कुछ लोग आपस में लड़ाते हैं, लेकिन हमें लड़ना नहीं है। इससे बचना है। हालांकि इस पर विपक्षी पार्टी बीजेपी का अगला कदम क्या होगा ये तो वक्त ही बताएगा।
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