डिजिटल डेस्क- बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के परिणाम आते ही पूरे देश में राजनीतिक प्रतिक्रिया का दौर शुरू हो गया है। एनडीए ने 202 सीटों के साथ शानदार जीत दर्ज कर फिर से सत्ता में वापसी की, जबकि इंडिया महागठबंधन 35 सीटों पर सिमटकर बड़ी हार का सामना कर रहा है। इस बीच उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की प्रतिक्रिया भी सामने आई है। अखिलेश यादव ने बिहार के नतीजों पर कहा कि हार ही वह रास्ता है जो आगे बढ़ने और सीखने का अवसर देता है। उन्होंने कहा, “यूपी में हमने हार से सीखा है। जब आप नीचे पहुंच जाते हैं तभी समझ आता है कि दूसरे लोग ऊंचाई पर कैसे पहुंचे। हम भी हारे थे, हमें याद है कि हमें सिर्फ 5 सीटें मिली थीं। तब हम सरकार नहीं बना पाए थे।”
“बिहार की जीत और यूपी की जीत एक जैसी नहीं”
अखिलेश यादव ने कहा कि बिहार की जीत और उत्तर प्रदेश की जीत की तुलना करना गलत है। उन्होंने कहा, “बिहार की जीत यूपी की जीत के बराबर नहीं हो सकती। यूपी का राजनीतिक संघर्ष, सामाजिक समीकरण और चुनावी लड़ाई बिल्कुल अलग है। बिहार का राजनीतिक परिदृश्य अपनी जगह है। आप बिहार जीत सकते हैं, लेकिन यूपी में बीजेपी को हराकर जो जीत मिलेगी, वह अलग स्तर की होगी।” उन्होंने दावा किया कि समाजवादी पार्टी ने उत्तर प्रदेश में भाजपा के डबल इंजन सरकार को कई अहम सीटों पर कड़ा झटका दिया था। अखिलेश ने कहा, “हमने यूपी में दोनों डबल इंजन को हराया था। ऐसी-ऐसी सीटें वे हारे कि आज भी वो इसकी कल्पना नहीं कर सकते।”
“यूपी की हार को जीत में बदलने में समय लगेगा”
अखिलेश यादव ने माना कि उत्तर प्रदेश में विपक्ष को अपनी हार को जीत में बदलने के लिए और मेहनत करनी होगी। उन्होंने कहा, “यूपी की हार को जीत में बदलने में समय लगता है। यूपी का आकार बड़ा है, यहां का जातीय संतुलन अलग है और यहां की सियासत बिहार से बिल्कुल अलग चलती है। इसलिए यहां की लड़ाई लम्बी है और दमदार तैयारी की जरूरत है।” अखिलेश यादव की इस प्रतिक्रिया ने साफ संकेत दिया है कि सपा बिहार के नतीजों से प्रेरणा जरूर लेगी, लेकिन यूपी की लड़ाई को वह अलग नजर से देख रही है। बिहार में महागठबंधन की करारी हार और यूपी में भाजपा की मजबूत जड़ें देखते हुए अखिलेश ने यह स्वीकार किया कि आने वाले समय में विपक्ष को संगठित रणनीति, संयुक्त अभियान और नए सामाजिक समीकरणों के साथ संघर्ष को और तेज़ करना होगा।