इस्लामाबाद: पाकिस्तान की सत्ता से विपक्षीयों ने इमरान खान को बेदखल कर दिया है, जिसके बाद सोमवार को संसद ने निर्विरोध रूप से पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के अध्यक्ष शहबाज शरीफ को पाकिस्तान के 23वें प्रधानमंत्री चुन लिया है, इससे पहले प्रतिद्वंद्वी उम्मीदवार पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के शाह महमूद कुरैशी ने घोषणा की कि वह मतदान का बहिष्कार करेंगे और सदन से बहिर्गमन कर गए।
बता दे की, नेशनल असेंबली में कुरैशी के चुनाव के बहिष्कार के बाद शहबाज इस पद के लिये एक मात्र दावेदार बचे थे। जीत के लिए 342 सदस्यीय सदन में 172 सांसदों का समर्थन जरूरी था। तीन बार पूर्व प्रधानमंत्री रहे नवाज शरीफ के छोटे भाई शहबाज को 174 मत मिले जो 172 के साधारण बहुमत से दो ज्यादा है।
तीन बार पंजाब प्रांत के मुख्यमंत्री है शहबाज-
वह तीन बार देश के सबसे अधिक आबादी वाले और राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण पंजाब प्रांत के मुख्यमंत्री रहे हैं। पूर्व राष्ट्रपति और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के सह-अध्यक्ष आसिफ अली जरदारी ने अविश्वास प्रस्ताव के जरिए हटाए गए इमरान खानकी जगह लेने के लिए संयुक्त विपक्ष की बैठक में प्रधानमंत्री पद के लिए शहबाज के नाम का प्रस्ताव रखा था।
पाकिस्तान 1947 में अपने गठन के बाद से कई शासन परिवर्तन और सैन्य तख्तापलट के साथ राजनीतिक अस्थिरता से जूझ रहा है. किसी भी प्रधानमंत्री ने अब तक पूरे पांच साल का कार्यकाल पूरा नहीं किया है।