उत्तर प्रदेश में (2022) विधानसभा चुनाव होने वाले हैं इसी के चलते सत्ता और विपक्ष दोनों लोग ताबड़तोड़ चुनाव की तैयारियों में जुट गए ..
2017 में मोदी लहर ने अच्छा-खासा प्रभाव छोड़ा, नतीजा यह रहा कि बीजेपी ने यूपी की सत्ता पर कब्जा जमाया. कयास लगाए जा रहे हैं कि इस बार विपक्ष को मोदी के साथ योगी लहर का भी सामना करना पड़ेगा. इलेक्शन को देखते हुए हम लेकर आए हैं यूपी की सभी 403 विधानसभा सीटों का एनालिसिस. यहां जानें बिजनौर जिले की धामपुर सीट के बारे में…
धामपुर विधानसभा सीट का इतिहास
बिजनौर जिले में कुल 8 विधानसभा सीट हैं, धामपुर भी उन्हीं में से एक है. नगीना लोकसभा क्षेत्र में आने वाली यह सीट अनारक्षित है. “परिसीमन एक्ट-1956” के बाद धामपुर को विधानसभा सीट बनाया गया, पहली बार यहां 1957 में चुनाव हुए. 2017 में उम्मीदवार अशोक कुमार राणा ने यहां जीत हासिल की. इससे पहले 1993 में बीजेपी ने आखिरी बार यहां विधानसभा चुनाव जीता था.
धामपुर विधानसभा सीट पर साल 1957 से 2017 तक 16 बार विधानसभा चुनाव हुए. इनमें 5 बार कांग्रेस, 4 बार बीजेपी, 3 बार सपा, 2 बार जनता पार्टी और 1-1 बार बीकेडी और बसपा उम्मीदवार ने जीत हासिल की. वहीं पिछले तीन चुनावों में क्रमशः बसपा, सपा और बीजेपी ने जीत दर्ज की. 1993 में आखिरी बार यहां बीजेपी विधायक ने जीत हासिल की, फिर 24 साल के लंबे इंतजार के बाद 2017 में बीजेपी को यहां जीत नसीब हो सकी.
2017 में बीजेपी के साथ रही जनता
2017 विधानसभा चुनाव की बात करें तो 2007 में बसपा से विधायक रहे अशोक कुमार राणा ने बीजेपी का दामन थाम कर जीत हासिल की थी. सपा उम्मीदवार व पूर्व विधायक ठाकुर मूलचंद चौहान दूसरे स्थान पर रहे थे. बीजेपी को 82,169 और सपा को 64,305 वोट मिले थे.
2012 विधानसभा चुनावों में सपा के ठाकुर मूल चंद और बसपा के अशोक कुमार राणा के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिली थी. दोनों के बीच महज 564 वोटों का अंतर था. सपा को 53,365 तो बसपा को 52,801 वोट मिले थे, कांग्रेस इस चुनाव में तीसरे और बीजेपी चौथे स्थान पर रही थी. इस दौरान 63.78 फीसदी लोगों ने वोट डाला था.