मेरठ। शुक्रवार को एडीजे ईसी एक्ट कोर्ट ने संभागीय खाद्य नियंत्रक कार्यालय के निलंबित बाबू राहुल भूषण गौड को भ्रष्टाचार के मामले में संलिप्तता पाने के आरोप में जमानत खारिज करते हुए जेल भेज दिया, बताया गया है कि भ्रष्टाचारी बाबू काफी लंबे समय से गरीबों में बटने वाले सरकारी राशन की कालाबाजारी कर रहा था, जिसके दो मुक़दमे भी 2017 और 2018 में डीएम के आदेश पर गंगानगर थाने में दर्ज किए गए थें। शुक्रवार को एडीजे ईसी एक्ट कोर्ट में 2017 में दर्ज मुकदमे की सुनवाई थी.
दरअसल, एसीजेएम कोर्ट संख्या एक ने भ्रष्टाचारी बाबू राहुल भूषण गौड की जमानत खारिज कर दी जिसके बाद पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर जेल भेज दिया। बताया गया है कि राहुल भूषण गौड अब तक भ्रष्टाचार के आरोप में दो बार निलंबित भी हो चुका है. उसके बाद भी वह कालाबाजारी करने से बाज नही आ रहा था. बताया यह भी गया है भ्रष्टाचारी बाबू आईएएस अधिकारियों से अपने सीधे संबंध बताकर विभाग के अधिकारियों और ठेकेदारों पर रोब ग़ालिब किया करता था. कई मामले तो ऐसे भी बीते दिनों प्रकाश में आए थे जिनमें भ्रष्टाचारी बाबू राहुल भूषण ने अपने ही विभाग के कई अधिकारियों को फर्जी आरोप लगवाकर या तो निलंबित करा दिया या फिर जनपद से ही तबादला करा दिया था. लेकिन किसी को क्या पता था कि लोगों पर रौब गालिब करने वाले और आईएएस अधिकारियों से अपने सीधे संबंध बताने वाले भ्रष्टाचारी बाबू को आखिरकार एक दिन खुद भी जेल भी जाना पड़ेगा. आखिरकार भ्रष्टाचारी बाबू को शुक्रवार को जेल भेज दिया। लेकिन इसी विभाग के कई ऐसे अधिकारी है जो भ्रष्टाचारी बाबू को संरक्षण देने का काम कर रहें थें अब देखने वाली बात यह है कि कब उन जिम्मेदारों पर भी कार्रवाई हो पाती है।