मेरठ। जिले से एक बड़ी खबर सामने आई है, जहां किठौर थाना क्षेत्र के ग्राम बहरोड़ा के पास दिल्ली का फर्जी DCP बनकर जुल्फीकार और उसके साथियों ने सर्राफ सुधीर वर्मा और उसके परिवार के साथ लूट की वारदात की थी। मामले में कार्रवाई करते हुए पुलिस आरोपी के अन्य साथियों को पहले ही जेल भेज चुकी है। पुलिस ने पूछताछ की तो आरोपी से पता चला तिहाड़ जेल में बंद अन्य साथी की मदद से उसने सर्राफ को निशाना बनाया था।
लूट की वारदात को अंजाम देकर हो गए थे फरार
आपको बता दें कि ग्राम बहरोड़ा निवासी सर्राफ सुधीर वर्मा ने मोदी नगर में ज्वेलरी शोरूम खोल रखा है। जिवका एक घर मोदीनगर में भी है। बीते 14 जनवरी को सर्राफ अपने बेटे नमन वर्मा और पड़ोसी महिला राजबाला शर्मा के साथ गांव लौट रहे थे। इसी दौरान बहरोड़ा गांव के निकट दिल्ली पुलिस का फर्जी DCP बनकर जुल्फिकार ने कार को रुकवा लिया और अपने साथियों के साथ लूट की वारदात कर फरार हो गया था। मामले में कार्रवाई करते हुए सर्विलांस टीम की मदद से पुलिस ने जुल्फीकार पुत्र अखलाक निवासी मुहम्मदपुर बुवई थाना बनियाठेर जिला संभल को गिरफ्तार कर लिया है।
तिहाड़ जेल में हुई थी दोस्ती
पुलिस की पूछताछ में जुल्फीकार ने बताया कि बहरोड़ा में रहने वाले मांगेराम पुत्र मामचंद ने सर्राफ की रेकी की थी। उसने हरियाणा में रहने वाले पवन के साथ वारदात को अंजाम दिया था। आगे बताया कि पवन और जुल्फिकार के साथ मांगेराम तिहाड़ जेल में बंद था। वहीं तीनों की दोस्ती हो गई। इसके बाद मांगेराम ने जुल्फिकार और पवन की मदद से लूट की वारदात को अंजाम दिलाया।
मामले में पुलिस की मानें तो सभी अपराधी पेशेवर हैं। उनके अपराधिक इतिहास की जानकारी जुटाई जा रही है।