KNEWSDESK – मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने अवैध हथियारों को जमा करने को लेकर बयान आया है। उन्होंने अवैध हथियारों को लेकर कहा कि अगर अवैध हथियारों को 15 दिनों के भीतर जमा करा दिया जाता है तो उनके खिलाफ दर्ज मामलों पर विचार किया जाएगा। आपको बता दें कि पुलिस थानों और ट्रेनिग सेंटरों से उपद्रवी हथियार लूट रहे हैं। इन हथियारों का इस्तेमाल सुरक्षा बलों पर हमला करने के लिए किया जाता है ।
मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने कहा है कि राज्य में हालात सुधरे हैं , जिसके चलते इंटरनेट से बैन हटाने का निर्णय लिया गया है । दो सप्ताह के बाद अवैध हथियारों को बरामद करने के लिए पूरे राज्य में एक मजबूत और व्यापक तलाशी अभियान शुरु होगा । उस वक्त जिस किसी के पास भी अवैध हथियार मिलेगा , उसके साथ गंभीरता से निपटा जाएगा और उन्होंने आगे कहा कि अगर अवैध हथियारों को 15 दिनों के भीतर जमा करा दिया जाता है तो उनके खिलाफ दर्ज मामलों पर विचार किया जाएगा ।
आपको बता दें कि उपद्रवी पुलिस थानों एवं ट्रेनिग सेंटरों से हथियार लूट रहे हैं । इन हथियारों का इस्तेमाल कर उपद्रवी रोड ब्लॉक , जबरन वसूली , धमकी , सुरक्षा बलों पर हमला आदि घटनाओं को अनजाम दे रहे हैं । इन हथियारों में गोला बारुद और एके – 47 शामिल हैं । मणिपुर में लगभग 180 लोग, हिंसा में मारे गए हैं, वहीं 70 हजार से ज्यादा लोग कैम्पों में रहने को मजबूर हैं ।
सुरक्षा बलों जैसी वर्दी पहनकर दे रहे हैं चकमा
सुरक्षा बलों के एक अधिकारी ने बताया है कि उपद्रवियों ने अब सुरक्षा बलों की वर्दी को पहनना शुरु किया है , जिन ट्रकों को असम राइफल्स इस्तेमाल में लाते हैं , अब उपद्रवी वैसे ही ट्रक को इस्तमाल कर रहे हैं । जिससे उपद्रवियों को पहचान पाना मुश्किल हो रहा है और आगे बताया कि इस काम में विभिन्न समूहों से जुड़े विलेज असम राइफल के ऐसे उदाहरण दिखे तो उन्होंने मणिपुर पुलिस को इस मामले की जानकारी दी ।