डिजिटल डेस्क- महाराष्ट्र की राजनीति में बीएमसी चुनाव से पहले बयानबाजी तेज हो गई है। उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने उद्धव ठाकरे और उनके चचेरे भाई राज ठाकरे पर करारा हमला बोला है। कोल्हापुर से बोलते हुए शिंदे ने बिना नाम लिए दोनों ठाकरे भाइयों के गठबंधन पर तंज कसते हुए कहा कि कुछ लोग मुंबई को “सोने की मुर्गी” समझते हैं। उन्होंने कहा कि पहले इन लोगों ने सोने के अंडे खाए और अब मुर्गी को काटने के लिए दोनों साथ आ गए हैं। शिंदे का इशारा साफ तौर पर बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) की सत्ता की ओर था। दरअसल, हाल ही में उद्धव ठाकरे की शिवसेना (यूबीटी) और राज ठाकरे की महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) ने बीएमसी समेत कई महानगरपालिकाओं के चुनाव साथ लड़ने का ऐलान किया है। इस गठबंधन के बाद सियासी माहौल गर्म हो गया है। एकनाथ शिंदे ने कहा कि उनका और उनकी पार्टी का एजेंडा विकास है, जबकि ठाकरे भाइयों का एजेंडा सिर्फ कुर्सी हासिल करना है।
कई दशकों से बीएमसी पर रहा है शिवसेना का दबदबा
शिंदे ने कहा कि यह गठबंधन मराठी लोगों के हितों के लिए नहीं, बल्कि अपना राजनीतिक वजूद बचाने के लिए किया गया है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि जनता पहले ही तय कर चुकी है कि असली शिवसेना कौन है। शिंदे ने इसके समर्थन में लोकसभा चुनाव, विधानसभा चुनाव और नगर परिषद तथा नगर पंचायत चुनावों के नतीजों का हवाला दिया। बीएमसी की बात करें तो पिछले कई दशकों से इस पर शिवसेना का दबदबा रहा है। वर्ष 2017 के चुनावों के बाद शिवसेना के मेयर ने बीएमसी की कमान संभाली थी। हालांकि, 2022 में कार्यकाल पूरा होने के बाद से बीएमसी प्रशासक के हवाले है और तब से चुनाव नहीं हुए हैं। अब लंबे समय बाद एक साथ कई महानगरपालिकाओं के चुनाव कराए जा रहे हैं।
15 जनवरी को होगा मतदान
उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे ने बीएमसी के साथ-साथ ठाणे, कल्याण-डोंबिवली, नवी मुंबई और मीरा-भाईंदर महानगरपालिकाओं के चुनाव भी मिलकर लड़ने का फैसला किया है। गठबंधन के ऐलान के बाद शिवसेना यूबीटी और मनसे ने प्रचार भी शुरू कर दिया है। राज्य की कुल 29 महानगरपालिकाओं के लिए 15 जनवरी को मतदान होगा, जबकि 16 जनवरी को नतीजे घोषित किए जाएंगे। एकनाथ शिंदे ने अपने विकास एजेंडे को गिनाते हुए कहा कि उनकी सरकार मुंबई को गड्ढा-मुक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने दावा किया कि छह महीने में मुंबई की सड़कों को गड्ढों से मुक्त कर दिया जाएगा। शिंदे ने कहा कि रमाबाई अंबेडकर नगर में 17 हजार घरों का प्रोजेक्ट शुरू हो चुका है और 17 अर्बन रिन्यूअल प्रोजेक्ट (URP) तैयार हो गए हैं। आने वाले चरणों में लाखों लोगों को घर दिए जाएंगे।