KNEWS DESK – शिवसेना (यूबीटी) के सांसद संजय राउत ने महाराष्ट्र की राजनीति में एक बार फिर से बड़ा बयान दिया है। राउत ने गृह मंत्री अमित शाह और महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस पर आरोप लगाया है कि दोनों नेता शिवसेना और राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के विधायकों और सांसदों को तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं। राउत ने कहा कि बीजेपी इन नेताओं को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और अन्य एजेंसियों के जरिए डराकर उन्हें अपने पाले में लाने की कोशिश कर रही है।
बीजेपी पर आरोपों की झड़ी
बता दें कि बुधवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए संजय राउत ने बीजेपी पर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा, “बीजेपी के लोग यह दावा कर रहे हैं कि उद्धव ठाकरे के विधायक और सांसद एनडीए में शामिल होना चाहते हैं। मैं बीजेपी को चुनौती देता हूं कि वे उन नेताओं के नाम सार्वजनिक करें, जो इस समय उनके पाले में जाने की इच्छा रखते हैं।” राउत ने कहा कि बीजेपी ने सत्ता प्राप्ति के लिए “गंदा खेल” खेलना शुरू कर दिया है और यह नहीं समझ पा रही है कि सत्ता स्थायी नहीं होती है। “इतिहास में इन लोगों का नाम गंदे अक्षरों में लिखा जाएगा,” राउत ने कहा।
एनसीपी और शरद पवार को भी निशाने पर
संजय राउत ने अपने बयान में यह भी आरोप लगाया कि बीजेपी शरद पवार की एनसीपी को भी तोड़ने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा, “शरद पवार के सांसदों और विधायकों को भी डर दिखाकर बीजेपी उन्हें अपने खेमे में लाने की कोशिश कर रही है। ईडी और सीबीआई के जरिए सियासत की जा रही है।” राउत का यह बयान ऐसे समय में आया है जब महाराष्ट्र में शिवसेना और एनसीपी दोनों ही दलों में टूट हो चुकी है। 2022 में शिवसेना में टूट के बाद उद्धव ठाकरे की पार्टी को बड़ा नुकसान हुआ, वहीं 2023 में एनसीपी भी कमजोर हुई।
महाराष्ट्र में राजनीतिक समीकरण
महाराष्ट्र में पिछले कुछ वर्षों में राजनीतिक समीकरणों में कई बदलाव आए हैं। 2022 में शिवसेना में टूट के बाद, उद्धव ठाकरे के पास 20 विधायक और शरद पवार के पास 10 विधायक हैं। लोकसभा चुनाव 2024 में महाविकास अघाड़ी (MVA) ने मजबूत प्रदर्शन करते हुए 48 में से 30 सीटों पर जीत हासिल की थी। हालांकि, विधानसभा चुनाव में यह गठबंधन अपनी बढ़त को बरकरार नहीं रख पाया। विधानसभा की 288 सीटों में से बीजेपी गठबंधन ने 230 सीटों पर जीत दर्ज की थी। महाविकास अघाड़ी के किसी भी दल को नेता प्रतिपक्ष का पद भी नहीं मिल पाया, जबकि उद्धव ठाकरे की पार्टी को केवल 20 सीटों पर ही जीत मिली, जो कि उनके लिए बड़ी चुनौती बन गई है।
बीजेपी के दावे पर सवाल
राउत ने यह भी सवाल उठाया कि बीजेपी द्वारा उठाए जा रहे दावों के बारे में क्या हकीकत है। उन्होंने कहा कि बीजेपी यह दावा कर रही है कि उनकी पार्टी के कई विधायक और सांसद उनकी तरफ आना चाहते हैं, लेकिन राउत ने इस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि बीजेपी को अपने दावों को साबित करना होगा। इस तरह के आरोपों और राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप के बीच महाराष्ट्र की राजनीति में फिर से हलचल मच गई है।